राजस्थान : शिक्षिका प्रतिभा राठी ने मौत के बाद भी दी समाज को शिक्षा, नेत्रदान से दो नेत्रहीनों के जीवन में जगाई रोशनी

डीडवाना – कुचामन: जिले में जीवनभर विद्यार्थियों और समाज को शिक्षा देने वाली शिक्षिका प्रतिभा राठी अपनी मृत्यु के बाद भी समाज को बड़ी शिक्षा देकर गईं. आज सुबह हुए उनके निधन के बाद परिवार ने उनकी आखिरी इच्छा के अनुसार नेत्रदान किया. उनकी दोनों आंखें अब दो नेत्रहीनों के जीवन में नई रोशनी बनकर चमकेंगी.

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नेत्रदान से अमर हुई प्रतिभा की शिक्षा

लॉयन्स क्लब कुचामन फोर्ट के तत्वावधान में नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न हुई. आई बैंक अजमेर से पहुंचे डॉ. भरत शर्मा और उनकी टीम ने कुचामन आकर इस पुनीत कार्य को सम्पन्न कराया. इसके पश्चात स्वर्गीय प्रतिभा राठी के पुत्र पीयूष राठी, क्लब के संस्थापक अध्यक्ष लॉयन राम काबरा, माहेश्वरी समाज के सहसचिव सुमित काबरा, लॉयन विष्णु मोयल, मधुसूदन मुंदड़ा, अश्विनी तापड़िया, जगदीश तोषनीवाल ,प्रमोद सक्सेना आदि ने डॉ भरत शर्मा को आंखे सुपुर्द की.  इस पुनीत कार्य के लिए लॉयन राम काबरा ने राठी परिवार का साधुवाद व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक जीवन भर समाज को अच्छे कार्य करने की प्रेरणा देते है। प्रतिभा राठी के पुत्र पीयूष राठी ने कहा कि मां की हमेशा इच्छा रही कि मृत्यु के बाद उनकी आंखें दान कर दी जाएं ताकि कोई और इस खूबसूरत दुनिया को देख सके. आज उनकी वह इच्छा पूरी हुई है.

समाज को दिया बड़ा संदेश

समाजसेवी एवं लॉयन्स क्लब फोर्ट के संस्थापक अध्यक्ष राम काबरा ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षक जीवनभर समाज को प्रेरणा देते हैं.  प्रतिभा राठी ने जीवनभर शिक्षा देकर और मृत्यु के बाद नेत्रदान करके समाज को यह बड़ा संदेश दिया है कि दो बेशकीमती मोतियों को राख करने से बेहतर है उन्हें दान कर दो दृष्टिहीनों के जीवन में उजाला लाया जाए.

नेत्रदान के प्रति जागरूकता जरूरी

आई बैंक अजमेर के डॉ. भरत शर्मा ने बताया कि प्रदेश में नेत्रदान को लेकर अब भी भ्रांतियां बनी हुई हैं। हम लॉयन्स क्लब के साथ मिलकर लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे हैं.  इसी कड़ी में अजमेर आई बैंक की ओर से 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक नेत्रदान जागरूकता पखवाड़ा चल रहा है. प्रतिभा राठी का यह नेत्रदान इस अवधि का छठा नेत्रदान है, जो समाज के लिए प्रेरणादायी है.

शिक्षिका प्रतिभा राठी अपने जीवन की तरह मृत्यु के बाद भी समाज को शिक्षा देकर गईं.  उनका संदेश साफ है – नेत्रदान कीजिए, किसी की आंखों की रोशनी बनिए और किसी की जिंदगी में उजाला भर दीजिए.

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