डीडवाना – कुचामन: डीडवाना में बुधवार का दिन बिजली के स्मार्ट मीटरों के विरोध में उबाल से भरा रहा. लाडनूं विधायक मुकेश भाकर ने सैकड़ों समर्थकों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया. भाजपा सरकार की स्मार्ट मीटर योजना को लेकर लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और कलेक्ट्रेट के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन हुआ.
कलेक्ट्रेट में जबरन घुसने की कोशिश, पुलिस ने रोका – फिर सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शन के दौरान जब भीड़ ने कलेक्ट्रेट में प्रवेश करने की कोशिश की, तो पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभालते हुए उन्हें रोक दिया. इसके बाद विधायक मुकेश भाकर ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत को ज्ञापन सौंपा और प्रदेशभर में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पर रोक लगाने मांग की.
भाकर का तीखा हमला “पुराने डिजिटल मीटर फेंकने की साजिश, ठेकेदारों की जेब भर रही सरकार”
विधायक भाकर ने सरकार पर तीखे शब्दों में हमला बोलते हुए कहा कि बिजली कंपनियां सरकार के इशारे पर उपभोक्ताओं के घरों में जबरन स्मार्ट मीटर थोप रही हैं, जबकि पहले से डिजिटल मीटर लगे हुए हैं. उन्होंने कहा, “इस कदम से करोड़ों पुराने मीटर कबाड़ बन जाएंगे और ठेकेदारों की जेब में अरबों रुपये जाएंगे। ये योजना सिर्फ कमीशनखोरी का खेल है.”
बिजली नहीं दे पा रही सरकार, ऊपर से वीसीआर का डर, किसान बोले अब नहीं सहेंगे
भाकर ने कहा कि सरकार पहले तो उपभोक्ताओं को पूरी बिजली नहीं दे पा रही है और अब स्मार्ट मीटर के जरिए उन्हें और डराया जा रहा है. “बिजली चोरी के झूठे आरोप लगाकर वीसीआर भरी जा रही है, अब स्मार्ट मीटर के नाम पर खुली लूट की छूट दी जा रही है, लेकिन किसान वर्ग इसका डटकर विरोध करेगा.”
प्रदेशभर में उबल रहा स्मार्ट मीटर विरोध, आंदोलन की दी चेतावनी
विधायक भाकर ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने स्मार्ट मीटर योजना को वापस नहीं लिया, तो यह आंदोलन पूरे राजस्थान में उग्र रूप लेगा. उन्होंने साफ कहा कि जनता अब और चुप नहीं बैठेगी, और आने वाले समय में सरकार को इसका राजनीतिक खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
डीडवाना से उठी यह विरोध की आवाज़ अब प्रदेशभर में गूंजने को तैयार है. स्मार्ट मीटर पर सियासत गर्म है, और जनता में असंतोष साफ दिख रहा है. सवाल यह है कि क्या सरकार इस जन आक्रोश को सुनेगी या फिर एक और आंदोलन की चिंगारी भड़केगी?