डीडवाना-कुचामन: जिले के तोषीणा गांव में आबकारी विभाग ने अवैध शराब निर्माण के एक गुप्त ठिकाने का भंडाफोड़ किया है. आरोपी ने जमीन के नीचे बंकर बनाकर नकली शराब की फैक्ट्री खड़ी कर रखी थी, जहां से हजारों की संख्या में नकली शराब पव्वे तैयार किए जा रहे थे.
छापेमारी में 200 लीटर स्प्रिट, नकली ढक्कन और हजारों बोतलें बरामद
जांच के दौरान आबकारी टीम को बंकर में बड़ी मात्रा में अवैध सामग्री मिली. एक बड़े प्लास्टिक ड्रम में 200 लीटर स्प्रिट, हजारों खाली बोतलें, नकली होलोग्राम, RSGSM ब्रांड के नकली ढक्कन और ब्रांडेड लेबल जब्त किए गए.
आरोपी हंसराज फरार, तलाश जारी
मुख्य आरोपी हंसराज बावरी को जैसे ही कार्रवाई की भनक लगी, वह मौके से फरार हो गया. उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज़ कर दिए गए हैं.
कार्रवाई हुई उच्च अधिकारियों के निर्देशन में
प्रदेशभर में चल रहे अवैध शराब विरोधी अभियान के तहत यह कार्रवाई अजमेर जोन के अतिरिक्त आबकारी आयुक्त राधेश्याम डेलु और उपायुक्त विजय जोशी के निर्देशन में हुई. नागौर जिला आबकारी अधिकारी दानाराम के नेतृत्व में यह बड़ी कार्रवाई सफल रही.
रेख गश्त में 25 लीटर स्प्रिट और 1000 नकली पव्वे बरामद
इसी दिन आबकारी निरोधक दल डीडवाना के प्रहराधिकारी संतोष कुमार गुर्जर ने तोषीणा गांव में रेख गश्त के दौरान 25 लीटर स्प्रिट और 1000 नकली शराब पव्वे बरामद किए. इस मामले में भी दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं.
नांवा में 288 पव्वों की शराब जब्त, एक और मुकदमा दर्ज
आबकारी निरोधक दल नांवा के प्रहराधिकारी एल.आर. बैड़ा ने क्षेत्र में रैड गश्त के दौरान 6 गत्तों में रखी 288 पव्वों की अवैध शराब जब्त की. इस पर भी विशेष प्रवृत्ति का अभियोग दर्ज किया गया है.
4 अगस्त को जिलेभर में हुई कार्रवाइयां
4 अगस्त को भी नागौर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध शराब के विरुद्ध लगातार कार्रवाई हुई.
कुकनवाली (नांवा वृत): 52 लीटर हथकड़ शराब बरामद
परबतसर: 5 लीटर हथकड़ शराब जब्त
मेड़ता सिटी: 4 लीटर हथकड़ शराब बरामद
नागौर शहर: 4 लीटर हथकड़ शराब के साथ अभियोग दर्ज
संयुक्त टीम की बड़ी सफलता
इन सभी कार्रवाइयों में सहायक आबकारी अधिकारी दीनदयाल मीणा, आबकारी थाना नांवा, डीडवाना, लाडनूं और आबकारी वृत नांवा की टीमें सक्रिय रहीं. विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे अवैध धंधों के खिलाफ सख्ती लगातार जारी रहेगी.
तोषीणा की जमीन के नीचे छिपी शराब फैक्ट्री का पर्दाफाश ना सिर्फ एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह बताता है कि शराब माफिया अब कितने गुप्त और खतरनाक तरीके अपना रहे हैं. हालांकि आबकारी विभाग की सक्रियता से ऐसे नेटवर्क की कमर टूटती दिख रही है.