डीडवाना-कुचामन: कुचामन के प्रसिद्ध समाजसेवी और कृषक हितैषी राकेश चौधरी एवं उनकी धर्मपत्नी मनोहरी देवी को इस स्वतंत्रता दिवस पर देश की राजधानी दिल्ली स्थित ऐतिहासिक लाल किले पर विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. 15 अगस्त 2025 को आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय समारोह में शामिल होना इन दोनों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण होगा.
राष्ट्रीय औषधीय पौधा बोर्ड की अनुशंसा पर मिला गौरव
राकेश चौधरी को सपत्नीक यह सम्मान राष्ट्रीय औषधीय पौधा बोर्ड, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की अनुशंसा पर प्रदान किया जा रहा है। मंत्रालय ने किसानों की आय वृद्धि, पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में इन दोनों के अद्वितीय कार्यों को देखते हुए इन्हें समारोह में विशेष अतिथि बनने का अवसर दिया.
किसानों के लिए ‘वेस्ट टू वेल्थ’ मॉडल
राकेश चौधरी, कृषिदूत विश्व विकास फाउंडेशन के माध्यम से, लंबे समय से किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में जुटे हुए हैं। उन्होंने ‘वेस्ट टू वेल्थ’ मॉडल, प्राकृतिक संसाधन संरक्षण और जीव-जंतु एवं वनस्पति आधारित तीनों विकास मॉडल को अपनाकर हजारों किसानों की आजीविका और जीवन स्तर को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया है.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी
मनोहरी देवी ने विशेष रूप से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें समाज सेवा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके प्रयासों से कई ग्रामीण महिलाएं आज आर्थिक रूप से सशक्त होकर अपने परिवार और समुदाय में सम्मानजनक स्थान प्राप्त कर रही हैं.
क्षेत्र में गर्व की लहर
इस सम्मान की खबर मिलते ही कुचामन और आसपास के इलाकों में खुशी की लहर दौड़ गई है. लोग इसे क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि मानते हुए राकेश चौधरी और मनोहरी देवी को बधाइयाँ दे रहे हैं. स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर लाल किले पर उनकी मौजूदगी निश्चित ही पूरे डीडवाना – कुचामन जिले के लिए गौरव का क्षण होगी.