Rajasthan: बुधवार को उदयपुर में बार एसोसिएशन ने कलेक्ट्रेट के बाहर हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में एक ज़ोरदार प्रदर्शन किया, अधिवक्ताओं ने केंद्र सरकार के प्रति अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की.
प्रदर्शनकारी वकीलों ने कहा कि पिछले कई दिनों से पश्चिम बंगाल में हिंदू समुदाय पर एक सुनियोजित तरीके से हमले हो रहे हैं, और राज्य सरकारें इन घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं, इसके साथ ही, मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले, जिसमें 27 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई, ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है, अधिवक्ताओं ने इस हमले को भी सुनियोजित बताया और आरोप लगाया कि इसमें विशेष रूप से हिंदुओं को निशाना बनाया गया था.
बार एसोसिएशन के सदस्यों ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहती है, तो प्रत्येक हिंदू नागरिक को आत्मरक्षा के लिए हथियार का लाइसेंस जारी किया जाना चाहिए, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब हिंदू समाज मूक दर्शक बनकर नहीं रहेगा और अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा.
प्रदर्शन के दौरान, वकीलों ने जमकर नारेबाज़ी की और अपने हाथों में तख्तियां लेकर अपना गुस्सा और विरोध जताया। बार एसोसिएशन ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की कि हिंदुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, ज्ञापन में यह भी कहा गया कि जो राज्य अपनी नागरिक सुरक्षा करने में सक्षम नहीं हैं, वहां पर कठोर संवैधानिक कार्रवाई की जानी चाहिए.