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‘जब मुसलमान-पंडित-ठाकुर मारे जाते, तब क्यों नहीं बोलते…’, उन्नाव एनकाउंटर के बहाने अखिलेश पर बरसे राजभर

यूपी की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर मामले में सीधे सपा प्रमुख अखिलेश यादव को घेरा है. ओम प्रकाश ने कहा, जब यादव मारा जाता है तब समाजवादी पार्टी बोलती है. यही बात पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने भी दोहराई है. उन्होंने कहा, सपा प्रमुख तुष्टिकरण और जातिवाद की राजनीति के लिए ट्वीट और रिएक्शन देते हैं.

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ओमप्रकाश राजभर, गाजीपुर जिले की जहूराबाद से विधायक हैं और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव के वक्त राजभर सपा गठबंधन का हिस्सा थे. बाद में वे एनडीए में शामिल हो गए और योगी सरकार में मंत्री बने.

‘विकास दुबे मारा गया तब क्यों नहीं बोले अखिलेश?’

उन्नाव एनकाउंटर को लेकर ओम प्रकाश राजभर ने कहा, जब यादव मारा जाता है तो समाजवादी पार्टी बोलती है लेकिन जब मुसलमान, पंडित, ठाकुर मारे जाते हैं तब क्यों नहीं बोलते? विकास दुबे मारा गया, तब अखिलेश जी क्यों नहीं बोले? उन्होंने आगे कहा, यहां कानून का राज है. दिल्ली में मोदी जी और यूपी में योगी जी के राज में जो भी गड़बड़ी करेगा, उसको सजा मिलेगी.

‘अब अखिलेश का ना ट्वीट आया और ना रिएक्शन’

बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने कहा, सुल्तानपुर डकैती कांड में एसटीएफ ने उन्नाव में अनुज प्रताप सिंह नाम के अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराया. अब इस पर सपा मुखिया अखिलेश यादव जी का ना तो कोई ट्वीट आया, ना कोई रिएक्शन आया. यह ना तो उनकी बिरादरी जाति का है, ना ही विशेष समुदाय का है. दरअसल, समाजवादी पार्टी की परिभाषा ही यही है कि तुष्टिकरण और जातिवाद की राजनीति के लिए वो ट्वीट और रिएक्शन देते हैं.

‘ऐसी घटनाएं कैसे हो रही हैं?’

वहीं, कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा, उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर का अजब चलन चला है. जब भी एनकाउंटर होता है, इनका एक बदमाश भाग जाता है. योगी सरकार अपराध में जीरो टॉलरेंस की बात करती है तो फिर ऐसी घटनाएं कैसे हो रही हैं.

सुल्तानपुर डकैती कांड में शामिल था अनुज

दरअसल, 28 अगस्त को सुल्तानपुर के भारत ज्वैलर्स में डकैती हुई थी. बदमाशों ने बंदूक की दम पर ज्वेलरी लूट ली थी और भाग गए थे. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी मंगेश यादव को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी की थी. एएसपी अखिलेश सिंह ने बताया, आज लखनऊ एसटीएफ टीम और मामले में शामिल आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आरोपी घायल हो गया और दूसरा मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा. घायल आरोपी की पहचान अनुज प्रताप सिंह के रूप में हुई. बाद में उन्नाव के जिला अस्पताल के डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया है.

अनुज प्रताप सिंह अमेठी के मोहन गंज थाना क्षेत्र के जनापुर गांव का रहने वाला था. अनुज सुल्तानपुर डकैती गैंग का सरगना बताए जा रहे विपिन सिंह का सबसे करीबी गुर्गा था. विपिन भी अमेठी का ही रहने वाला है. डकैती कांड के बाद उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.

विपिन सिंह के साथ अनुज प्रताप सिंह गुजरात के एक डकैती कांड में भी साथ था. यह डकैती गुजरात के सूरत शहर में हुई थी. एनकाउंटर में मारे गए अनुज पर दो मुकदमे दर्ज हैं, एक सुल्तानपुर में और एक गुजरात में. सभी मुकदमे डकैती, ठगी, लूट से जुड़े हैं.

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