राजगढ़: जिले में भूरालाल तंवर की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी, एसडीओपी आनंद राय और भोजपुर थाना प्रभारी रजनीश सिरोठिया ने बताया कि यह एक पूर्व नियोजित और सुपारी देकर कराई गई हत्या थी. जांच के दौरान पुलिस को माख तंवर पर संदेह हुआ, जिसे हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया. माख तंवर ने बताया कि लगभग 15 दिन पहले चंद्रसिंह तंवर ने उसे 10 हजार रुपये देने का लालच देकर भूरालाल को सुनसान जगह पर बुलाने को कहा था, ताकि उसकी हत्या की जा सके.
दरअसल, भूरालाल तंवर और चंद्रसिंह की पत्नी के बीच लंबे समय से अवैध संबंध थे. इसको लेकर पहले भी भूरालाल को जेल भिजवाया गया था, लेकिन वह बाज नहीं आया. इसी कारण चंद्रसिंह ने भूरालाल को रास्ते से हटाने की साजिश रची और 1 लाख 50 हजार रुपये में उसकी हत्या की सुपारी दी.
साजिश के तहत भूरालाल को पार्टी के बहाने सुनसान जगह बुलाया गया. वहां मौजूद राजेश, अजेश और बीरम ने उसे जहरीली दवाई पिलाई. जब उसने विरोध किया तो दिनेश ने उसका गला दबा दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. हत्या के बाद सभी आरोपी अलग-अलग दिशाओं में फरार हो गए.
पुलिस ने गहन जांच करते हुए इस जघन्य वारदात में शामिल कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.