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बोटाद के समीप ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश, ट्रैक पर रखा 4 फीट लंबा लोहे का टुकड़ा

उत्तर प्रदेश और गुजरात से लगातार ट्रेन की पटरियों के साथ छेड़छाड़ करने की घटनाएं सामने आ रही हैं. अब गुजरात में दूसरी बार ऐसा ही एक मामला सामने आया है. बोटाद में एक पैसेंजर ट्रेन हादसे का शिकार होते-होते बच गई. बताया जा रहा है कि रेलवे की पटरियों के बीच लोहे के पुराने टुकड़े खड़े करके रखे गए थे. इन्हीं टुकड़ों से ट्रेन टकरा गई. आवाज सुन ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया और पास के रेलवे स्टेशन को सूचना दी. सूचना मिलते ही आनन-फानन में GRP और RPF टीम मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की.

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बोटाद के SP किशोर बालोलिया ने बताया कि रानपुर थाना क्षेत्र की सीमा से गुजर रही ओखा-भावनगर पैसेंजर ट्रेन (19210) बुधवार तड़के करीब तीन बजे पटरी पर रखे चार फुट लंबे पुराने लोहे के टुकड़े से टकरा गई. आवाज सुन ड्राइवर ने ट्रेन को वहीं पर रोक दिया. ट्रेन कई घंटों तक वहीं पर रुकी रही. स्थानीय पुलिस थाने पर सुबह करीब साढ़े सात बजे इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.

कहां पर हुई ये घटना?

SP किशोर बालोलिया ने बताया कि यह घटना कुंडली रेलवे स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर हुई. पुलिस के अनुसार, यह तोड़फोड़ की साजिश का मामला प्रतीत होता है. हालांकि इस संबंध में जांच जारी है. गुजरात के सूरत जिले में रेल पटरी से छेड़छाड़ करने के आरोप में बीते सोमवार को रेलवे के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था.

3 आरोपियों को पुलिस ने किया था गिरफ्तार

जानकारी के मुताबिक, ट्रैकमैन के पद पर तैनात सुभाष पोद्दार (39), मनीष मिस्त्री (28) और शुभम जायसवाल (26) ने बीते शनिवार सुबह कोसांबा और किम स्टेशन के बीच निरीक्षण के दौरान रेलवे प्रशासन को सूचना दी कि कुछ शरारती तत्व पटरी से क्लिप और दो फिशप्लेट हटाकर उन्हें दूसरी तरफ की पटरी पर रख रहे हैं. जांच में इन्हीं तीनों कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध लगी.

पूछताछ में आरोपियों बताया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया था, क्योंकि उन्हें ऐसा लगा कि इस सूचना को देने के बाद उन्हें सम्मानित किया जाएगा. उन्हें आगे रात की ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा, जिससे उन्हें दिन के दौरान परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा.

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