मध्य प्रदेश सरकार ने श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है. 750 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रामायण एक्सपीरियंस पार्क का डिज़ाइन तैयार हो चुका है और यह परियोजना 80 एकड़ क्षेत्र में फैली होगी. इस भव्य पार्क का उद्देश्य रामायण काल को आधुनिक तकनीक के जरिए जीवंत करना है.
दरअसल, रामायण पार्क का प्रमुख आकर्षण भगवान राम की 151 फीट ऊंची प्रतिमा होगी, जिसके चारों ओर पार्क विकसित किया जाएगा. माता सीता और भगवान लक्ष्मण की विशाल प्रतिमाएं भी यहां स्थापित की जाएंगी. पार्क में रामायण काल की प्रमुख घटनाओं जैसे सीताहरण, रावण-जटायु युद्ध, लंका दहन और राम-रावण युद्ध को 3डी और 5डी एनिमेशन, लेजर शो और लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा.
पार्क में उपलब्ध सुविधाएं
रामायण पार्क में कई आकर्षक और आध्यात्मिक सुविधाएं होंगी, जिसमें एक थीम पार्क, एग्जीबिट कॉम्प्लेक्स, आध्यात्मिक लाइब्रेरी, हर्बल गार्डन, गोशाला, संतों के लिए अध्यात्म और ध्यान केंद्र, रहने के लिए कॉटेज और फेसिलिटी सेंटर, मंदाकिनी नदी पर नया हैंगिंग पुल, रामायण के प्रमुख स्थलों की प्रतिकृतियां जैसे मोकामगढ़ किला, सती अनुसुइया मंदिर, जानकी कुंड, कादमगिरि पर्वत और स्फटिक शिला बनाई जाएंगी.
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मध्य प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि ‘यशस्वी मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में हमारी सरकार चित्रकूट को विश्वस्तरीय धार्मिक एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कृतसंकल्पित हैं. रामायण पार्क बनने से हमारी युवा पीढ़ी श्री राम और रामायण के बारे में बहुत कुछ जान सकेगी और भगवान श्री राम की शिक्षाओं को भी अपनाएगी, जिससे राम राज्य की अवधारणा भी साकार होगी. जिस तरह से धार्मिक पर्यटन का चलन बढ़ रहा है, उससे बड़ी संख्या में रोजगार भी सृजित होंगे.’