अयोध्या में रामलला महोत्सव का शुभारंभ, 41 दिनों तक चलेगा भव्य आयोजन

अयोध्या : आज से रामलला महोत्सव की भव्य शुरुआत हो रही है, जो पूरे 41 दिनों तक चलेगा. एक साल पहले 22 जनवरी 2024 को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई थी. इस अवसर पर राम मंदिर ट्रस्ट ने 11 जनवरी को तिथि अनुसार भव्य आयोजन किया था, जबकि आज से वार्षिक महोत्सव का शुभारंभ हुआ है.

 

रामलला को चढ़ाए जाएंगे 56 भोग और ओढ़ाई जाएगी जयपुरिया रजाई

महोत्सव की शुरुआत बुधवार को रामलला को 56 भोग अर्पित करने और जयपुरिया रजाई ओढ़ाने से होगी. उन्हें विशेष रूप से 108 किलो की पुष्पमाला भी पहनाई जाएगी. श्रद्धालुओं के लिए यह अवसर धार्मिक आस्था और भक्ति भाव से परिपूर्ण रहेगा.

 

 

शोभायात्रा और धर्मध्वजा पूजन का आयोजन

राम सत्संग भवन में भव्य धर्मध्वजा पूजन और रामरक्षा स्तोत्र पाठ का शुभारंभ किया जाएगा. इससे पूर्व मणिराम दास छावनी से एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें रामलला और बजरंगबली की पालकी आकर्षण का केंद्र होगी। इस शोभायात्रा के दौरान भजन-कीर्तन के साथ भक्त भाव-विभोर होकर रामनाम का संकीर्तन करेंगे.

मुख्य संतों की उपस्थिति और आयोजन की भव्यता

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयनदास भी शोभायात्रा में शामिल रहेंगे. शोभायात्रा छावनी के मुख्य आगार से निकलकर रामायण सत्संग भवन पहुंचेगी, जहां संतों और भक्तों के लिए विशेष भंडारे का आयोजन किया गया है.

रामरक्षा यंत्र पूजन और वितरण

इस महोत्सव के दौरान चांदी से निर्मित रामरक्षा यंत्र का पूजन किया जाएगा, जिसे भक्तगण प्राप्त कर सकते हैं. आयोजन के दौरान प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठान और प्रवचन आयोजित किए जाएंगे.

 

 

रामरक्षा स्तोत्र पाठ का विशेष आयोजन

महोत्सव के दौरान पहले दिन 251 आचार्य मिलकर रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करेंगे, जबकि अगले 40 दिनों तक 51 आचार्य प्रतिदिन पाठ जारी रखेंगे. आयोजन में इंदौर के प्रसिद्ध कथा वाचक पं. सुधीर व्यास द्वारा संगीतमय भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा.

कारसेवकों को किया जाएगा नमन

राम सत्संग भवन में उन वीर कारसेवकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी, जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में बलिदान दिया था.

 

 

विशेष भेंट और धार्मिक आयोजन

महोत्सव के अंतर्गत रामलला, बजरंगबली, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और महंत नृत्यगोपालदास को विशेष रूप से राम यंत्रम भेंट किया जाएगा, जिसे ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ एवं आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर माना जा रहा है.

अयोध्या में इस भव्य आयोजन से श्रद्धालुओं में उत्साह और भक्ति का माहौल बना हुआ है. भक्त बड़ी संख्या में मंदिर पहुंच रहे हैं और रामलला के प्रथम पाटोत्सव में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं.

Advertisements
Advertisement