हर तरफ दिवाली की धूम है. खासकर अयोध्या के लिए इस बार का त्योहार बेहद खास है, क्योंकि भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद वहां पहली बार दिवाली मनाई जा रही है. इस खास मौके पर रामलला के श्रंगार की भी खास तैयारियां हैं.
जानकारी के मुताबिक, भव्य मंदिर में पहली दिवाली पर रामलला (बालक राम) पीतांबर धारण करेंगे. रामलला को पीले रंग की सिल्क की धोती और वस्त्र पहनाए जाएंगे.
पीले रंग के सिल्क के वस्त्र पर रेशमी कढ़ाई के साथ ही सोने और चांदी के तारों की कढ़ाई भी की गयी है. कई लड़ियों की माला और आभूषणों से भी श्रंगार होगा. चांदी के तारों से बालक राम के पीले वस्त्रों पर वैष्णव प्रतीकों को सजाया गया है.
बालक राम (रामलला की बड़ी प्रतिमा) के साथ ही भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजमान टेंट में रहे रामलला और उनके तीनों भाई भी पीले रंग का वस्त्र पहनेंगे. पीला रंग शुभ माना जाता है और रेशमी वस्त्र को भी शुभ माना गया है. दिवाली के दिन गुरुवार होने की वजह से भी बालक राम पीले वस्त्र में दर्शन देंगे.
अयोध्या में जलाए गए 28 लाख दीये
वहीं, अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद ये पहला दीपोत्सव है, ऐसे में यूपी सरकार ने सरयू नदी के तट पर 28 लाख दीये जलाकर नया रिकॉर्ड स्थापित किया है.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए इसे भारत में सनातन धर्म परंपरा का एक महत्वपूर्ण त्योहार बताया. सीएम ने कहा कि हजारों साल पहले 14 साल के वनवास के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के अयोध्या आगमन और रामराज्य की शुरुआत की याद में भारतभर में भक्तों ने अपने घरों को दीपों की मालाओं से सजाकर इस त्योहार को मनाना शुरू किया था. सीएम योगी ने कहा कि इस साल की दिवाली “ऐतिहासिक” है, क्योंकि 500 साल के लंबे इंतजार के बाद भगवान श्री रामलला अपने धाम में विराजमान हुए हैं.
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