राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद उपेन्द्र कुशवाहा अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए बिहार यात्रा पर निकले हैं. इस यात्रा के दो उद्देश्य हैं. पहला बिहार विधान सभा चुनाव में एनडीए की सरकार फिर से बनाना व दूसरा पार्टी की सदस्यता अभियान के माध्यम से सभी जगह उनकी पार्टी को अधिक मजबूत करना.
यात्रा के दौरान उपेन्द्र कुशवाहा सीवान पहुंचे. जहां टाउन हॉल में पार्टी द्वारा आयोजित बिहार यात्रा सह सदस्यता महापर्व को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य बिहार में एनडीए की मजबूत सरकार बनाने के लिए जनता और कार्यकर्ताओं से संवाद करना और फीडबैक लेना है.
हमारा प्रयास है कि बिहार को शांतिपूर्ण और अपराध मुक्त राज्य बनाया जाए. उन्होंने जोर देकर कहा कि एनडीए के नेतृत्व में बिहार का विकास तेज गति से होगा. इस दौरान पत्रकारों के सवाल के जवाब में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि RJD के शासनकाल में बीपीएससी लगभग ठप हो गया था. नीतीश कुमार के कार्यकाल में इसे पुनर्जीवित किया गया और रोजगार के नए अवसर मिलने लगे.
नीतीश के साथ राजनीतिक मतभेद हो सकता लेकिन व्यक्तिगत नहीं
उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के साथ राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर उनके संबंध सौहार्दपूर्ण हैं.जब पत्रकारों ने उनकी पार्टी के जदयू में विलय को लेकर सवाल किया, तो उपेंद्र कुशवाहा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और चुप्पी साध ली. उनकी चुप्पी साध लेने और नीतीश कुमार के साथ व्यक्तिगत मतभेद नहीं होने का इशारा करना लोग के बीच राष्ट्रीय लोक मोर्चा के जदयू में विलय होने का संकेत दे रहा है.