प्रदेश में युक्तियुक्तकरण के कारण एक झटके में शिक्षकों के 30 हजार से अधिक पद समाप्त हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, बजट सत्र में प्रदेश में शिक्षकों के 56,601 पद रिक्त होने की सूचना मिली थी, जबकि अब मानसून सत्र में यह आंकड़ा 25,907 बताया जा रहा है। यह 30,694 पदों का अंतर है। इसका सीधा अर्थ है कि बिना किसी नई भर्ती के इतने पद या तो हटा दिए गए हैं या समाप्त कर दिए गए हैं।
यह आंकड़ा सामने आने से बेरोजगार युवाओं और शिक्षक संघों में जमकर नाराजगी देखने को मिल रही है, क्योंकि यह न केवल प्रदेश के शिक्षा तंत्र पर गहरा प्रभाव डालेगा, बल्कि हजारों की संख्या में डी.एड, बी.एड., टेट पास बेरोजगार युवाओं के सपनों पर भी पानी फेरने वाला साबित हो रहा है।
शिक्षक संगठन का कहना है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर शिक्षकों के पदों को समाप्त करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हाल ही में आई इस जानकारी से पूरे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सरकार का यह कड़ा प्रहार है। अब स्थिति यह हो गई है कि राज्य के 33 जिलों में कुल 25,422 पद ही रिक्त बचे हैं।
कई जिलों में सहायक शिक्षक के पद रिक्त नहीं
बताया जा रहा है कि जिस तरह से नई जानकारी सामने आई है, उससे कई जिलों में सहायक शिक्षक और शिक्षक के एक भी पद रिक्त नहीं बचे हैं। मानसून सत्र में मिली जानकारी के अनुसार, सहायक शिक्षक के पद जशपुर, कोरिया, कोंडागांव, कांकेर, धमतरी, रायपुर, बलौदाबाजार, बालोद, रायगढ़ और जांजगीर-चांपा जैसे जिलों में समाप्त हो गए हैं। इसी तरह, शिक्षक के पद बलरामपुर, सूरजपुर, सरगुजा, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा सहित अन्य जिलों में अब रिक्त नहीं हैं।
प्रदेश में 48 हजार 559 शासकीय स्कूल संचालित
प्रदेश में प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी को मिलाकर कुल 48,559 स्कूल संचालित हैं। 30,726 प्राथमिक शाला, 13,085 पूर्व माध्यमिक शाला, 1,872 हाई स्कूल और 2,876 हायर सेकेंडरी स्कूल हैं। इनमें प्राचार्य के 3,443 पद, व्याख्याता के 6,773 पद, प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला के 2,984 पद, शिक्षक के 4,750 पद, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के 1,533 पद, सहायक शिक्षक के 6,424 पद रिक्त हैं। कुल मिलाकर शिक्षकों के 25,907 पद रिक्त है।
शिक्षा विभाग के पोर्टल में 56 हजार से अधिक स्कूल
इधर, शिक्षा विभाग के पोर्टल में 56,895 स्कूलों की संख्या दिखाई जा रही है। अभी भी सरकार ने 48,669 स्कूलों की जानकारी दी है। यह अंतर 8,226 का है। यानी युक्तियुक्तकरण के बाद स्कूलों की संख्या में भी कमी आई है, लेकिन सरकार की ओर से युक्तियुक्तकरण करने के बाद भी एक भी स्कूल को बंद नहीं करने की बात कही जा रही है। बता दें कि स्कूलों में शिक्षकों की कुल संख्या 1,78,731 है। वहीं छात्रों संख्या 51,67,357 है।