मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में शुक्रवार को ‘एमपी राइज 2025’ कॉन्क्लेव की भव्य शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर प्रदेश के विकास, युवाओं को रोजगार और औद्योगिक विस्तार के लिए एक साथ कई योजनाओं की सौगात दी।मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्यभर के 21,718 युवाओं को नौकरी के ऑफर लेटर प्रदान किए गए हैं, वहीं औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा 140 औद्योगिक इकाइयों को 425 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है।
👇 मुख्यमंत्री द्वारा किए गए महत्वपूर्ण ऐलान और कार्य:
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✔️ एमएसएमई सेक्टर की 47 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन।
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✔️ प्रदेश के 4 लाख से अधिक लाभार्थियों को सिंगल क्लिक से 3861 करोड़ रुपए की ऋण व अनुदान राशि ट्रांसफर।
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✔️ 140 औद्योगिक इकाइयों को 425 करोड़ और 880 इकाइयों को 269 करोड़ की सहायता।
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✔️ 16 नवीन औद्योगिक क्षेत्रों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण (242 करोड़ की लागत से)।
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✔️ 10 राज्य क्लस्टर और अलीराजपुर CFC का लोकार्पण (104 करोड़ की लागत से)।
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✔️ मंदसौर में 80.26 हेक्टेयर क्षेत्र में 61.26 करोड़ लागत का नया औद्योगिक क्षेत्र सेमरी कांकड़ विकसित।
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✔️ एसआरएफ ग्रुप को ज़मीन के लिए लेटर ऑफ इंटेंट जारी।
“एमपी राइज 2025” कार्यक्रम के तहत, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और एमएसएमई विभाग की साझेदारी में युवाओं को स्वरोजगार और निजी क्षेत्र में अवसर मुहैया कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने युवाओं को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार हर जिले में रोजगार और उद्योग के इकोसिस्टम को मजबूत कर रही है।
एमएसएमई स्वरोजगार क्रेडिट में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए:
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🏅 सेंट्रल बैंक के तरण सिंह जीरा को सम्मानित किया गया।
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🏅 बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया को भी उनके योगदान के लिए सम्मान मिला।
कॉन्क्लेव में जोर दिया गया कि सभी योजनाओं का लाभ पारदर्शी और डिजिटल माध्यम से सीधा लाभार्थियों के खातों में पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा:
“जहां कॉन्क्लेव, वहीं उद्योग का शिलान्यास और लोकार्पण, यही है MP मॉडल!”
‘MP RISE 2025’ कॉन्क्लेव न सिर्फ एक इवेंट है, बल्कि यह प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने, युवाओं को सशक्त करने और औद्योगिक प्रगति की दिशा में एक बड़ा कदम है। रतलाम से शुरू हुई यह लहर अब पूरे मध्यप्रदेश को नए आयाम दे रही है।