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रतलाम: मंदिर के बाहर फेंका था गाय का कटा सिर, आरोपियों के ठिकानों पर चला बुलडोजर

मध्य प्रदेश के रतलाम में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई. यहां एक मंदिर के आगे गाय के बछड़े का कटा सिर फेंक दिया गया. घटना के बाद शासन-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. इसी बीच पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर इलाके में पूछताछ की. जांच के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनपर एक्शन लेते हुए घर पर बुलडोजर भी चलवाया. घटना के बाद से लोगों में दहशत है.

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रतलाम जिले के जावरा शहर में शरारती तत्वों ने देर रात शहर के शंकर मंदिर में गाय के बछड़े का कटा हुआ सिर फेंक कर माहौल खराब करने का प्रयास किया. शुक्रवार सुबह जब इसकी सूचना हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को लगी तो वो आक्रोशित हो गए और जावरा बंद करवाने का आह्वान कर दिया. इस मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है. सूचना मिलने पर हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोगों ने वहां हंगामा करते हुए शहर को बंद करवा दिया और प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की मांग की.

पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

संगठन को लोग आरोपियों के घरों को बुलडोजर से तोड़ने के साथ आरोपियों का जुलूस निकालने की मांग पर अड़ गए. मामले को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने दो संदिग्धों शाकिर और जाकिर को हिरासत में ले लिया. हिंदूवादी संगठन के लोग आरोपियों का जुलूस निकालने की मांग कर रहे थे, हालांकि पुलिस ने उनकी मांग नहीं मानी. मामले के सामने आने के बाद से ही इलाके में काफी लोग जमा हो गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने के साथ हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा ताकी किसी तरह की अप्रिय घटना ना घटे.

पुजारी ने दी थी मामले की सूचना

बताया जा रहा है कि शहर के प्रमुख धार्मिक स्थल जागनाथ महादेव मंदिर में शुक्रवार सुबह जब पुजारी पूजा करने पहुंचे तो उन्होंने परिसर में गोवंश का कटा सिर देखा. उन्होंने तुरंत इसकी सूचना प्रशासन के साथ बाकी लोगों को दी. इसके बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे और बाद में जावरा शहर को बंद करा दिया. इस दौरान हिंदू संगठन और भीड़ जावरा थाने पहुंच गई. वो आरोपियों का जुलूस निकालने की मांग कर रहे थे. पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया. जब वो नहीं माने तो भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. लाठीचार्ज भी करना पड़ा, हालांकि बाद में मामला शांत करवाया गया, और आरोपियों के अवैध भवनों पर बुलडोजर भी चलवाया गया.

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