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कोडनेम CC1… RAW अफसर विकास यादव, जिस पर FBI ने पन्नू के कत्ल की साजिश का लगाया आरोप

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक भारतीय नागरिक पर अमेरिका में आरोप तय किए हैं. इस भारतीय नागरिक का नाम विकास यादव है. इससे पहले, ऑरिजनल चार्जशीट में विकास यादव का जिक्र CC-1 के तौर पर किया गया था. गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है. उसके पास अभी अमेरिका की नागरिकता है. अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा, ‘आज के आरोप दर्शाते हैं कि न्याय विभाग अमेरिकियों को निशाना बनाने, उन्हें खतरे में डालने और उन अधिकारों को कमजोर करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगा, जिनका हर अमेरिकी नागरिक हकदार है.’

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क्या है पूरा मामला?

पिछले साल नवंबर में फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि अमेरिकी सरजमीं पर पन्नू की हत्या की साजिश रची गई थी, जिसे नाकाम कर दिया गया था. पन्नू अमेरिकी नागरिक है और भारत ने उसे आतंकी घोषित कर रखा है. इसके बाद अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने इस मामले को लेकर न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक अभियोग भी दायर किया था. इसमें निखिल गुप्ता नाम के भारतीय नागरिक और अज्ञात भारतीय सरकारी अधिकारी पर पन्नू की हत्या करने की प्लानिंग करने का आरोप लगाया गया था. निखिल गुप्ता को पिछले साल जून में चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया गया था और उसे इसी साल प्रत्यर्पण कर अमेरिका लाया गया है. निखिल गुप्ता अभी अमेरिका की जेल में बंद है.

हत्या के लिए हिटमैन को किया हायर

दायर अभियोग के मुताबिक, एक भारतीय सरकारी अधिकारी ने गुप्ता को पन्नू की हत्या के लिए हायर किया था. गुप्ता ने इस हत्या के लिए एक हिटमैन (सुपारी किलर) हायर किया, लेकिन असल में ये अमेरिकी सरकार का खुफिया एजेंट था. खुफिया एजेंट को ही हिटमैन मानते हुए उसे ‘टारगेट’ की हत्या के लिए एक लाख डॉलर (83 लाख रुपये) की सुपारी दी गई. उसे मैनहट्टन में 15 हजार डॉलर एडवांस में दे भी दिए गए.

गुरुवार को अमेरिकी अभियोजकों ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश के मामले में एक महत्वपूर्ण खुलासा करते हुए विकास यादव का नाम सामने रखा है. यादव पर “मर्डर-फॉर-हायर” और “मनी लॉन्ड्रिंग” के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. यह आरोप न्यूयॉर्क की एक अदालत में दाखिल की गई दूसरी अभियोग का हिस्सा हैं. यादव के कथित साथी निखिल गुप्ता को पहले ही आरोपित किया जा चुका है और उन्हें अमेरिका में प्रत्यर्पित भी किया गया है.

जानिए कौन है विकास यादव?

अमेरिकी अभियोग में जांचकर्ताओं ने दावा किया है कि पन्नू मामले के आरोपियों और खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या के बीच सीधा संबंध हैं. जानकारी के मुताबिक, 18 जून को कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की हत्या के कुछ ही घंटों बाद, CC1 (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता को निज्जर के शव का एक वीडियो भेजा था. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो किसने बनाया और यादव को भेजा.

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि यादव पहले भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) के अधिकारी थे और उन्होंने इस साजिश के दौरान “अमानत” नाम का छद्म नाम इस्तेमाल किया. उनकी तस्वीरें जारी करते हुए एफबीआई ने बताया कि उनका जन्म हरियाणा के प्राणपुरा में हुआ था. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि अभियोग में जिन व्यक्तियों का उल्लेख किया गया है, वे अब भारतीय सरकार के लिए काम नहीं करते हैं.

कनाडा ने नहीं दिए ठोस सबूत

कनाडा और अमेरिका, जो फाइव आइज़ खुफिया गठबंधन का हिस्सा हैं (जिसमें ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, और न्यूज़ीलैंड भी शामिल हैं), के बीच इन खुफिया जानकारियों का आदान-प्रदान हो सकता है. कयास लगाए जा रहे हैं कि कनाडा जिस “खुफिया जानकारी” का हवाला दे रहा है, उसमें निज्जर की हत्या का वीडियो प्रमुख हो सकता है, जिसे यादव द्वारा साझा किया गया था. हालांकि, कनाडा ने अभी तक भारत को अपने आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत उपलब्ध नहीं कराया है.

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और कनाडा के संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं. कनाडा ने आरोप लगाया है कि भारतीय राजनयिक, निज्जर की हत्या की जांच में “रुचि के व्यक्ति” हैं. इसके जवाब में भारत ने अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया और छह कनाडाई राजनयिकों को देश से निष्कासित कर दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.

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