दलाल स्ट्रीट यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर नई बहार लौट आई है. बीएसई सेंसेक्स ने शुक्रवार को पिछले सारे रिकॉर्ड को तोड़ दिया और एक नए ऑल-टाइम हाई लेवल को टच कर लिया. सेंसेक्स में एक ही दिन में 1,618.85 अंक से ज्यादा की तेजी दर्ज करके 76,793.36 पॉइंट पर बंद हुआ है. इससे चुनाव परिणाम वाले दिन यानी 4 जून को शेयर मार्केट में आई गिरावट पूरी तरह रिकवर हो गई.
शुक्रवार को जहां एक तरफ देश में नई सरकार के गठन की आधिकारिक शुरुआत हो गई. वहीं सुबह में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने द्विमासिक मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया. इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है और आरबीआई का फोकस देश में महंगाई को कम करने पर बना हुआ है. इन दोनों ही घटना ने सुबह से ही मार्केट में तेजी की धारणा को बनाए रखा.
Nifty 50 में भी दिखा सुधार
सिर्फ सेंसेक्स ही नहीं…नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के स्टॉक इंडेक्स निफ्टी 50 में भी आज जबरदस्त तेजी दर्ज की गई. ये 468.75 पॉइंट चढ़कर 23,290.15 अंक पर बंद हुआ है. दिन में ट्रेडिंग के दौरान इसने 23,320.20 पॉइंट के नए हाई लेवल को टच किया.
अगर सेंसेक्स के ट्रेडिंग के दौरान के हाई लेवल को देखा जाए, तो ये करीब-करीब 77,000 पॉइंट तक पहुंच गया. इसने इंट्रा-डे हाई लेवल 76,795.31 पॉइंट रहा. हालांकि लो-लेवल पर ये 74,941.88 पॉइंट तक भी गया. सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियों के शेयर आज ग्रीन जोन में बंद हुए.
7.38 लाख करोड़ की कमाई
आरबीआई के ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने के फैसले के चलते कुछ सेक्टर्स ने जबरदस्त तेजी दिखाई है. बैंकिंग, फाइनेंस, ऑटो और रियल एस्टेट सेक्टर के शेयर्स में 9.5 प्रतिशत तक की ग्रोथ देखी गई है. आरबीआई ने अपनी जून की मौद्रिक नीति में रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर मेंटेन रखा है.
बीएसई सेंसेक्स पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 423.27 लाख करोड़ रुपए हो गया है. जबकि एक दिन में 7.38 लाख करोड़ रुपए का वैल्यूएशन बढ़ा है. शेयर बाजार में ये तेजी तब देखी गई है, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 4 जून को देश के 5 करोड़ रिटेल निवेशकों को 30 लाख करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचने के सबसे बड़े स्टॉक मार्केट स्कैम होने के आरोप लगाए हैं.
अगर अलग-अलग शेयरों को देखें तो विप्रो, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, टीसीएस और एचसीएल टेक के शेयरों में जबरदस्त देखी गई है. ये सभी शेयर टॉप गेनर रहे हैं और ये 5 प्रतिशत तक चढ़ गए हैं.
इस बीच देश में एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम घटा है. चुनाव में किसी दल को स्पष्ट जीत नहीं मिलने के बाद अब राजग की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है. राजग के संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना गया है. वह 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं.