मौजूदा साल में देश के केंद्रीय बैंक ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया’ की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) ने ब्याज दरों में टोटल 0.50 फीसदी की कटौती की है. इसका मतलब है कि RBI ने आम लोगों के होम लोन और दूसरे रिटेल लोन की ईएमआई कम करने का प्रयास किया है. क्या आपको आपके बैंकों ने इसका फायदा दिया है. ये बात इसलिए उठ रही है, क्योंकि बुधवार से एमपीसी की इस साल की तीसरी बैठक शुरू होने जा रही है.
तीन दिनों तक चलने वाली इस बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर एमपीसी के फैसलों का शुक्रवार को ऐलान करेंगे. हाल ही में एसबीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आरबीआई रेपो रेट यानी ब्याज दरों में 0.50 फीसदी तक की कटौती कर सकती है. वहीं अधिकतर एक्सपर्ट्स का कहना है कि पॉलिसी रेट में 0.25 फीसदी की ही कटौती होगी. ऐसे में अहम सवाल ये है कि क्या देश के सरकारी और प्राइवेट बैंक आम लोगों को इस कटौती का फायदा दे रहे हैं या नहीं.
मान लीजिए अगर किसी आदमी में जनवरी के महीने में 9.50 फीसदी की ब्याज दर पर 50 लाख रुपए का होम लोन 15 साल के टेन्योर के लिए लिया होगा तो उसकी ईएमआई 52,211 रुपए बनी होगी. आरबीआई ब्याज दरों में अब तक 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर चुका है. ऐसे में होम लोन का ब्याज दर भी घटकर 9 फीसदी हो जाना चाहिए. ऐसे में होम लोन की ईएमआई भी घटकर 50,713 रुपए हो जानी चाहिए. इसका मतलब है कि होम लोन लेने वाले को 1,498 रुपए की राहत मिलनी चाहिए. जो अभी तक देश 90 फीसदी से ज्यादा बैंकों ने लोगों को नहीं दी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर फरवरी के बाद से किस बैंक ने रिटेल लोन सस्ता किया है.
किस बैंक ने इस साल कितना सस्ता किया रिटेल लोन
एसबीआई : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने अपने लेंडिंग रेट 0.25 फीसदी तक की कटौती की है. 15 अप्रैल, 2025 से प्रभावी, बैंक की EBLR (बाहरी बेंचमार्क आधारित उधार दर), 8.65 फीसदी कर दिया गया है. बैंक की RLLR अब 8.50+CRP से 8.25+क्रेडिट रिस्क प्रीमियम (CRP) हो गई है.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र : इस सरकारी ने रिजर्व बैंक की प्रमुख नीति दर के अनुरूप रेपो दर से जुड़ी उधार दर में 25 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की है. बैंक की रेपो-लिंक्ड लेंडिंग दर (RLLR) अब 9.05 फीसदी से घटाकर 8.80 फीसदी कर दी गई है.
एचडीएफसी बैंक : एचडीएफसी बैंक ने लोन ब्याज दर में कटौती की है जो आपकी अगली ब्याज रीसेट तिथि से 0.25 फीसदी कम हो जाएगी. खास बात तो ये है कि एचडीएफसी फरवरी से लेकर अब तक 0.50 फीसदी की कटौती कर चुका है. जिसके बाद सैलरीड और सेल्फ इंप्लॉयड लोगों के होम लोन की ब्याज दरें 8.70 फीसदी से 9.55 फीसदी तक हैं, जबकि समान श्रेणी के लिए विशेष दरें 2 मई, 2025 तक 8.50 फीसदी से 9.35 फीसदी के बीच हैं.
इंडियन ओवरसीज बैंक : इस बैंक ने रेपो दर में कटौती के अनुरूप अपनी बेंचमार्क उधार दर में 6.25% से 6% तक की कटौती की. आईओबी ने एक बयान में कहा कि बैंक ने ब्याज दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों को देने का निर्णय लिया है. बैंक ने आरएलएलआर को 25 आधार अंकों की कटौती कर 9.10 फीसदी से 8.85 फीसदी कर दिया है.
पंजाब नेशनल बैंक : देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पीएनबी ने भी ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की है. जिसके बाद बैंक का आरएलएलआर 8.90 फीसदी से घटकर 8.65 फीसदी हो गया है.
इंडियन बैंक : भारतीय बैंक ने आरबीआई द्वारा रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती के बाद अपनी उधार दरों में संशोधन किया है. बैंक ने अपनी रेपो बेंचमार्क दर को 6.25 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया है. परिणामस्वरूप, रेपो-लिंक्ड बेंचमार्क लेंडिंग रेट (RBLR) को 9.05% से घटाकर 8.7% कर दिया गया है.
बैंक ऑफ इंडिया : बैंक ऑफ इंडिया ने भी RBI द्वारा रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती के अनुरूप अपनी उधार दरों में कमी की है. बैंक ने अपनी रेपो-लिंक्ड बेंचमार्क लेंडिंग रेट (RBLR) को 9.1 फीसदी से घटाकर 8.85 फीसदी कर दिया है, संशोधित दर 9 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी.
रेपो रेट के अनुरूप राहत नहीं
हमने ऊपर आधा दर्जन से ज्यादा बैंकों के ब्याज दरों का आंकलन किया. जिसमें देखने को मिला है कि फरवरी से अब तक अधिकतर बैंकों ने होम लोन और दूसरे रिटेल लोन की ब्याज दरों में सिर्फ 0.25 फीसदी की कटौती की है. सिर्फ एक एचडीएफसी बैंक को छोड़कर जिसने आरबीआई एमपीसी के अनुरूप 0.50 फीसदी की कटौती की है. वो भी ऐसे समय पर जब आम लोगों को इस राहत की काफी जरुरत है. देश के लोन लेने वाले लोगों ने इस राहत का इंतजार करीब 5 साल तक किया है. उसके बाद भी देश के बैंकों ने अभी तक आम लोगों को ब्याज दरों पर उतनी राहत नहीं दी है, जितनी मिलनी चाहिए.