भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट में बड़ी कटौती पर विचार कर रहा है. अगले महीने जून से लेकर दिवाली तक रिजर्व बैंक (RBI) की तीन मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक होने वाली है. तीनों ही बैठक के दौरान Repo Rate में कमी की जा सकती है. कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि यह कटौती 0.50 से लेकर 0.75 फीसदी तक हो सकती है. अगर रेपो रेट में इतनी कमी होती है तो आम आदमी को एक बड़ी राहत मिलेगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, RBI की मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 4-6 जून तक होनी है. इस बैठक में आम आदमी को राहत देने के लिए बड़े फैसले लिये जा सकते हैं और करीब 0.25% रेपो रेट में कटौती हो सकती है. फिर 5 से 7 अगस्त या 29 सितंबर से 1 अक्टूबर को होने वाली बैठक में 0.25 फीसदी से 0.50 फीसदी तक की कटौती होने की उम्मीद है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कितना घट सकता है ब्याज?
ऐसे में दिवाली से पहले आम आदमी को एक बड़ी राहत मिलेगी और RBI Repo Rate में 0.75 फीसदी तक की कटौती होगी. अभी रेपो रेट 6% पर है, दिवाली तक यह घटकर 5.25% तक आने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं Nomura को उम्मीद है कि रेपो रेट में इससे भी ज्यादा कटौती की संभावना है. साल 2025 के अंत तक यह कटौती 1% या 100 बेसिस पॉइंट की हो सकती है, जिसके बाद रेपो रेट 5% पर आ जाएगा.
होम लोन और कार लोन होंगे सस्ते
रेपो रेट, वह ब्याज दर है, जिसपर RBI बैंकों को लोन देता है और फिर आगे बैंक कस्टमर्स को कुछ और ब्याज जोड़कर लोन देते हैं. ऐसे में अगर रेपो रेट में कटौती आती है तो आपके लोन की EMI भी कम हो जाएगी और आपको होम लोन और कार लोन सस्ते होंगे. इंडस्ट्री को सस्ता लोन मिलने से न सिर्फ शहरी खपत को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि कारखानों में निवेश बढ़ने से रोजगार भी पैदा होगा.
फरवरी से अभी तक इतना सस्ता हुआ लोन
RBI ने फरवरी से रेपो रेट में कटौती शुरू की थी. तबसे दो बैठक में 0.50% की कटौती हो चुकी है. इससे रेपो रेट गिरकर 6% पर आ गई है. मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) में 6 सदस्य होते हैं. इनमें से 3 RBI के होते हैं, जबकि बाकी केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं. RBI की मीटिंग हर दो महीने में होती है. रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठकों का शेड्यूल जारी किया है, जिसके मुताबिक वित्तीय वर्ष में कुल 6 बैठकें होंगी.
क्यों घट सकता है ब्याज?
एसबीआई सिक्युरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट सनी अग्रवाल ने बताया कि सभी फैक्टर रेट कट के संकेत दे रहे हैं. मानसून सामान्य रहने के आसार हैं. जीडीपी ग्रोथ स्थिर बना हुआ है और सबसे बड़ी बात महंगाई काबू में है. जिसे लेकर पिछली बैठक में RBI गवर्नर ने भी संकेत दिया था कि महंगाई काबू में रहती है तो दरें और भी घट सकती हैं.