Chinnaswamy Stadium Stampede: RCB, BCCI और कर्नाटक सरकार… हर किसी ने भगदड़ पर पल्ला झाड़ा, तो एक्शन में आया हाई कोर्ट

Bengaluru stampede hearing: RCB की जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु में भगदड़ से 11 फैन्स की जान चली गई. इस पूरे मामले में RCB (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु), BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) और कर्नाटक सरकार ने पल्ला झाड़ लिया था. लेकिन अब इस मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने एक्शन लिया है. इस दर्दनाक घटना पर कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए आज (5 जून) दोपहर को सुनवाई तय की है.

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कर्नाटक हाईकोर्ट गुरुवार (5 जून) को RCB के व‍िक्ट्री परेड के दौरान हुई भगदड़ से जुले मामले की सुनवाई करेगा. यह मामला कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वी. कामेश्वर राव और न्यायमूर्ति सी.एम. जोशी की पीठ के समक्ष उठाया गया है.

सरकार ने अदालत को यह जानकारी देने पर सहमति जताई है कि घटना कैसे हुई और अब तक क्या-क्या कदम उठाए गए हैं. इस मामले की सुनवाई दोपहर 2:30 बजे होगी. कर्नाटक सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह आज दोपहर 2:30 बजे हाईकोर्ट को बताएगी कि भगदड़ में क्या हुआ और उसने क्या कार्रवाई की.

इतनी जल्दी क्या थी RCB के सेल‍िब्रेशन की, मंत्री ने दिया जवाब
इस पूरे मामले में जब हमने कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वरा से पूछा कि RCB के सेल‍िब्रेशन को लेकर इतनी जल्दी क्या थी तो उन्होंने कहा- यह (व‍िक्ट्री परेड और स्टेडियम में जश्न) हमारी तरफ से नहीं था.

हमने RCB या KSCA (कर्नाटक क्रिकेट राज्य संघ) से जश्न मनाने को लेकर कोई अनुरोध नहीं किया था… यह कार्यक्रम उन्होंने ही आयोजित किया. हमें लगा कि सरकार को टीम का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि यह बेंगलुरु की टीम थी, इसलिए हमने सोचा कि हमें भी इस जश्न का हिस्सा बनना चाहिए… बस इतना ही. हमने यह नहीं कहा था कि हम यह आयोजन करेंगे, बल्कि RCB और KSCA ही टीम को बेंगलुरु लेकर आए जश्न के लिए…

संबित पात्रा ने अल्लू अर्जुन का नाम लेकर कही ये बात
इस पूरे मामले में BJP सांसद संब‍ित पात्रा का भी र‍िएक्श्न आया है. उन्होंने पूरे मामले में कर्नाटक सरकार को घेरा. संब‍ित ने कहा- BCCI अध्यक्ष और IPL चेयरमैन ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी_ पहले भी जीत के बाद व‍िक्ट्री परेड होती रही हैं, लेकिन वे आमतौर पर जीत के कम से कम दो दिन बाद होते थे, ताकि भीड़ को संभालने की तैयारी की जा सके. इस बार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने टीम पर तुरंत जुलूस निकालने का दबाव डाला और सिर्फ 12 घंटे में इंतजाम किए गए. नतीजा ये हुआ कि 11 लोगों की जान चली गई.

उन्होंने आगे कहा- जब अल्लू अर्जुन की फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ हुई थी तो उन्हें गिरफ्तार किया गया था. कर्नाटक सरकार ने ही गिरफ्तारी के आदेश दिए थे. तो फिर उसी तर्ज पर क्या डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया को भी गिरफ्तार किया जाएगा?.

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