अमृतसर में रेड अलर्ट जारी: नागरिकों को घर के भीतर रहने और खिड़कियों से दूर रहने की हिदायत…

भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान सीजफायर के लिए सहमत हुआ है, जिसे भारत की सैन्य विजय के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, सीजफायर पर सहमति जताने के बावजूद शनिवार देर शाम से पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन किया है. पंजाब के अमृतसर में रविवार सुबह करीब 4 बजकर 29 मिनट पर ब्लैकआउट की घोषणा की गई थी. लेकिन, एक घंटे बाद बिजली की आपूर्ति कर दी गई. लोगों को घरों के अंदर रहने और खिड़कियों से दूर रहने का निर्देश दिया गया है.

रेड अलर्ट पर अमृतसर

अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने सुबह 4 बजकर 39 मिनट पर एक दिशा-निर्देश किया. जिसमें लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतनी की बात कही गई. लोगों से लाइट बंद करने और खिड़कियों से दूर रहने की सलाह दी गई. सड़क, बालकनी या छत पर ना जाने को कहा गया है.

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि हम आपको बताएंगे कि हम सामान्य गतिविधियां कब शुरू कर सकते हैं.

अमृतसर में बिजली बिजली आपूर्ति की गई बहाल

अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि करीब एक घंटे तक बिजली बाधित रही. लेकिन, अब बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है. लेकिन स्थिति अभी भी रेड अलर्ट पर है. साइरन बजेंगे जो इस रेड अलर्ट की सूचना देंगे.

पाकिस्तान ने टेके घुटने, भारत की शर्तों पर सीजफायर, फिर भी कर रहा उल्लंघन

चार दिनों के संघर्ष के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम 5 बजे से सीजफायर लागू हो गया. विदेश मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ को दोपहर 3:35 पर कॉल कर सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई, जिसके तहत ‘दोनों तरफ से मिलिट्री अक्शॅन पूरी तरह से अब रुक जाएगा’. इसके बावजूद, पाकिस्तान द्वारा ड्रोन से हमले कर सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है, जबकि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों को नष्ट कर अपनी ताकत दिखाई थी.

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्र को किया संबोधित, कहा- ‘दुश्मन को उसकी भाषा में जवाब दिया’

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश के नाम अपने संबोधन में हालिया भारत-पाक तनाव पर बात की. उन्होंने कहा कि दुश्मन ने जो किया वह शर्मनाक था और हमारी बहादुर फौज ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया है. शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत ने पहलगाम को बहाना बनाकर युद्ध थोपा, लेकिन हमने स्पष्ट कर दिया कि अब मुलाकात जंग के मैदान में होगी.

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