Red Sea Attack: यमन के हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर लाल सागर में अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाया है. इसमें से एक लड़ाकू जहाज को भी निशाना बनाया गया है. ईरान समर्थित समूह के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने शनिवार को बताया कि यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर और हिंद महासागर में एक अमेरिकी विमानवाहक पोत, एक अमेरिकी विध्वंसक और तीन अन्य जहाजों को निशाना बनाकर कुल छह अभियान चलाया है.
हूती विद्रोही समूह यमन के सबसे अधिक आबादी वाले हिस्सों पर नियंत्रण रखता है और ईरान से जुड़ा है. हूती विद्रोही कई महीनों से लाल सागर में दुनियाभर की जहाजों पर हमले कर रहा है. समूह का कहना है कि गाजा में इजरायल से लड़ रहे फिलिस्तीनियों के समर्थन में वे हमला कर रहे हैं.
हूतियों ने इन जहाजों को बनाया निशाना
सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि समूह ने ‘लाल सागर के उत्तर में अमेरिकी विमानवाहक पोत आइजनहावर को कई मिसाइलों और ड्रोनों से निशाना बनाया.’ उन्होंने कहा कि ‘पिछले 24 घंटे के दौरान लाल सागर में विमानवाहक जहाजों को दोबारा निशाना बनाया गया है.’ सारी ने कहा कि अन्य अभियानों में लाल सागर में एक अमेरिकी विध्वंसक और एबीएलआईएएनआई जहाज को निशाना बनाया गया. इसके अलावा मैना जहाज को भी निशाना बनाया गया, इसे लाल सागर और अरब सागर में दो बार निशाना बनाया गया.
ड्रोन और मिसाइल से हूती कर रहे हमला
प्रवक्ता ने बताया कि अलोराइक जहाज को हिंद महासागर में निशाना बनाया गया है. हूती लड़ाकों के ड्रोन और मिसाइल हमले बाब अल-मंदाब जलडमरूमध्य और अदन की खाड़ी को टारगेट कर रहे हैं. इसकी वजह से नवम्बर 2023 से ही मालवाहकों को दक्षिणी अफ्रीका के आसपास लम्बी और अधिक महंगी यात्राएं करनी पड़ रही हैं.