उद्धव-राज ठाकरे को लेकर CM फडणवीस बोले, ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनने…’

उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने की चर्चा पर एक बार फिर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया. शनिवार (7 जून) को पुणे में मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि मुझे ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ बनने में कोई रूचि नहीं है.

Advertisement

जब वो अपना फैसला ले लेंगे, तब हम रिएक्ट करेंगे- सीएम

सीएम फडणवीस ने कहा, “दो दल हैं. दो भाई है. ये डिसाइड करना उनका काम है कि उन्हें क्या कदम उठाने हैं. जब वो अपना फैसला ले लेंगे तब हम उस पर प्रतिक्रिया देंगे. तब तक मीडिया को अटकलों का पतंगबाजी करने दें. मैं इस पर क्यों रिएक्ट करूं?”

मीडिया में बहुत सारी बातें हो रही हैं- सीएम

इसके आगे सीएम ने कहा, “एक बात मैं स्पष्ट रूप से देख सकता हूं, हालांकि हम नहीं जानते कि उनके बीच कितनी वास्तविक बातचीत हो रही है, लेकिन मीडिया में निश्चित रूप से बहुत सारी बातें हो रही हैं. इसलिए अभी के लिए, मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा.”

सामना के फ्रंट पेज पर दोनों भाइयों की तस्वीर

शुक्रवार (6 जून) को उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे और उनके (MNS) के मन में कोई भ्रम नहीं है. उन्होंने कहा कि जो महाराष्ट्र के लोगों के दिलों में है वो होगा. इसके एक दिन बाद शनिवार को उद्धव ठाकरे की पार्टी के मुखपत्र सामना के फ्रंट पेज पर दोनों भाइयों की पुरानी तस्वीर छापी गई.

निकाय चुनाव में साथ-साथ होंगे दोनों भाई?

पहले उद्धव ठाकरे का बयान और फिर सामना के फ्रंट पेज की तस्वीर ने महाराष्ट्र की राजनीति गलियारों में हलचल ला दी. महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों की घोषणा होनी है. ऐसे में दोनों भाइयों के साथ आने की संभावना को और ज्यादा बल मिल रहा है.

साल 2006 में राज ठाकरे ने अविभाजित शिवसेना से अलग होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बनाई थी. राज ठाकरे की तरफ से नई पार्टी के गठन के बाद धीरे-धीरे दोनों भाइयों के बीच राजनीतिक मतभेद गहराता चला गया.

Advertisements