कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र में राहुल गांधी ने पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित पुंछ और अन्य इलाकों के लिए राहत और पुनर्वास पैकेज देने की मांग की है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि ‘मैंने हाल ही में पुंछ का दौरा किया, जहां पाकिस्तानी गोलाबारी में 4 बच्चों समेत 14 लोगों की दुखद मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हुए हैं.’
उन्होंने लिखा कि इस अचानक और अंधाधुंध हमले ने आम इलाकों में भारी तबाही मचाई है. सैकड़ों घर, दुकानें, स्कूल और धार्मिक स्थल बुरी तरह से तबाह हो गए हैं. कई पीड़ितों ने बताया कि उनकी वर्षों की मेहनत एक झटके में बर्बाद हो गई.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि पुंछ और सीमा से लगे अन्य क्षेत्रों के लोग दशकों से शांति और भाईचारे के साथ रह रहे हैं. आज जब वे इस गहरे संकट से गुजर रहे हैं, तो हमारा कर्तव्य है कि हम उनके दुख को समझें और उनके जीवन को फिर से संवारने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करें.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित पुंछ और अन्य सभी इलाकों के लिए एक ठोस और उदारता से भरा राहत और पुनर्वास पैकेज तैयार किया जाए.
राहुल गांधी ने पिछले दिनों किया था पुंछ का दौरा
बता दें कि राहुल गांधी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी के पीड़ितों से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों के दुख को ‘बड़ी त्रासदी’ बताया और वादा किया कि वे इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे.
पुंछ में हुए नुकसान को बताया बड़ी त्रासदी
राहुल गांधी ने पीड़ित परिवारों से बातचीत की और उनके नुकसान को देखा था. उन्होंने कहा कि ‘पाकिस्तान की सेना ने आम नागरिकों को निशाना बनाया. यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है. मैं इनकी समस्याओं को समझने आया हूं और इन्हें देश के सामने रखूंगा.
‘देशभक्त परिवार युद्ध का सबसे बड़ा बोझ सहते हैं’
राहुल गांधी ने पुंछ दौर के बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘पुंछ में उन परिवारों से मुलाकात की जो पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने प्रियजनों को खो चुके हैं. बिखरे घर, टूटी चीजें, नम आंखें और दर्दभरी कहानियां हर बार ये देशभक्त परिवार युद्ध का सबसे बड़ा बोझ सहते हैं. इनकी बहादुरी को सलाम.’