शिवपुरी जिले में कोतवाली पुलिस ने सोमवार को वन विभाग के DFO सुधांशु यादव के शहर भर में पोस्टर लगाने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि DFO के पोस्टर लगाने के लिए रेंजर कृतिका शुक्ला ने कहा था. कृतिका शुक्ला चार्ज छीने जाने से सुधांशु यादव से नाराज थीं. सुधांशु ने कृतिका से चार्ज लेकर श्रुति राठौर को दे दिया था, जिससे नाराज होकर कृतिका शुक्ला ने उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया.
बीते 8 जून को कोतवाली पुलिस को कार्यवाहक वनपाल वन परिक्षेत्र शिवपुरी ने बताया था कि DFO सुधांशु यादव की छवि धूमिल करने के लिए जिले के विभिन्न स्थानों जैसे विवेकानंद टोलटेक्श, वाणगंगा, करबला, दो बत्ती, फोरेस्ट रेंज के भदैया कुंड क्षेत्र में अज्ञात व्यक्ति द्वारा पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें वन मण्डलाधिकारी के विरुद्ध अमर्यादित शब्दों एवं अनर्गल टिप्पणियां लिखी गई हैं. कोतवाली पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी.
SP अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा शहर में लगे CCTV कैमरे चेक किए गए, जिसमें से करबला एवं ITI तिराहे के CCTV फुटेज खांगले तो उसमें घटना करने वाले तीन दिखाई दिए, जो जगह-जगह पोस्टर चिपका रहे थे. तीन व्यक्तियों में से दो की पहचान शौकत अली (वन रक्षक) और प्रभुदयाल शर्मा (वन रक्षक) शिवपुरी के रूप में हुई. दोनों आरोपियों से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि रेंजर कृतिका शुक्ला द्वारा दिए गए पोस्टरों को इन्होंने शहर में चिपकाया था. पोस्टर चिपकाने के लिए एक अन्य साथी रमेश शर्मा निवासी पुरानी शिवपुरी भी इनके साथ रहा.
SP अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि रेंजर कृतिका शुक्ला को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया, लेकिन वह फरार हैं. उनकी तलाश जारी है. पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि रेंजर कृतिका शुक्ला ने DFO सुधांशु यादव का ट्रांसफर करवाने और बदनामी करने के आशय से इस तरह के पोस्टर शहर में लगवाए थे.
वहीं मामले को लेकर DFO सुधांशु यादव ने बताया कि रेंजर कृतिका शुक्ला कोलारस रेंज में तैनात थीं. काम में लापरवाहियों के कारण उन्हें निलंबित किया गया था. साथ ही विभागीय जांच भी उनके खिलाफ चल रही है. रेंजर कृतिका शुक्ला को कोलारस से हटा कर उनके स्थान पर रेंजर श्रुति राठौर को तैनात किया गया था. तभी से वह लगातार मनगंढ़त आरोप लगा रही हैं. पहले भी कई बार उनके द्वारा बदनाम करने की कोशिश की गई है.