भारत में अब PhonePe, Paytm, Cred और Amazon Pay जैसे फिनटेक प्लेटफॉर्म्स से क्रेडिट कार्ड के जरिए किराया देना संभव नहीं रहेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नई गाइडलाइन के तहत पेमेंट एग्रीगेटर्स को यह सुविधा बंद करनी पड़ी है। पिछले कुछ सालों में यह सुविधा लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय थी क्योंकि इसमें कैशबैक, रिवॉर्ड पॉइंट्स और आसान भुगतान जैसी सुविधाएं मिलती थीं।
RBI के नए नियमों के अनुसार, पेमेंट एग्रीगेटर केवल उन्हीं मर्चेंट्स के लिए लेन-देन कर सकते हैं जिनके साथ उनका सीधे कॉन्ट्रैक्ट हो। मकान मालिक इस लिस्ट में शामिल नहीं हैं, इसलिए अब क्रेडिट कार्ड से रेंट का पैसा मकान मालिक तक नहीं पहुंचाया जा सकेगा।
इस कदम के पीछे मुख्य कारण केवाईसी (KYC) नियमों का उल्लंघन और बढ़ती धोखाधड़ी घटनाएं हैं। कई बार ऐसा देखा गया कि क्रेडिट कार्ड से किराया भुगतान करते समय पूरी प्रक्रिया का सत्यापन नहीं होता था। इसका दुरुपयोग करके कुछ लोग पैसे को गलत तरीके से इस्तेमाल कर लेते थे। इस वजह से RBI ने तय किया कि अब ऐसे ट्रांजैक्शन बिना सही वेरिफिकेशन के नहीं हो सकते।
पहले किराएदार Cred, PhonePe और Paytm के माध्यम से सीधे मकान मालिक को भुगतान कर सकते थे। इससे उन्हें रिवॉर्ड पॉइंट्स और क्रेडिट की सुविधा मिलती थी, जिससे मासिक बजट योजना आसान होती थी। 2024 से ही कई बैंकों ने इस सुविधा पर रोक या चार्ज लगाना शुरू कर दिया था। HDFC बैंक ने जून 2024 में 1% शुल्क शुरू किया, वहीं ICICI और SBI कार्ड्स ने रिवॉर्ड पॉइंट्स देना बंद कर दिया और फीस बढ़ा दी।
मार्च 2024 में कुछ फिनटेक कंपनियों ने पहले ही क्रेडिट कार्ड से रेंट भुगतान की सुविधा बंद कर दी थी। अब RBI के नए नियमों के तहत सितंबर 2025 में बाकी कंपनियों ने भी इसे पूरी तरह बंद कर दिया है।
सरकार और RBI का संदेश साफ है कि अब क्रेडिट कार्ड से किराया भुगतान का विकल्प नहीं रहेगा। फिनटेक कंपनियों और बैंकों को भी नियमों के पालन के लिए तकनीकी तैयारी पूरी करनी होगी। इस कदम से धोखाधड़ी और नियम उल्लंघन पर नियंत्रण लाने में मदद मिलेगी।