जयपुर में रिटायर्ड कस्टम अधिकारी का सब्जीवाले ने किया मर्डर:खाते में लाखों रुपए का मैसेज देखा तो लालच आया; फ्लैट में गला घोंटकर मार डाला

जयपुर में रिटायर्ड कस्टम अधिकारी के मर्डर का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा कर दिया। सब्जी वाले ने उनका गला घोंटकर मर्डर किया था।

आरोपी ने रिटायर्ड कस्टम अधिकारी के मोबाइल में लाखों रुपए के बैंक बैलेंस का मैसेज देखा तो उसे लालच आ गया था और उसने मर्डर की प्लानिंग रच डाली।

रिटायर्ड अधिकारी आरोपी की दुकान पर सब्जी खरीदने जाते थे। इस दौरान आरोपी ने ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के दौरान पिन नंबर जानने के लिए चोरी-छिपे वीडियो भी बनाया था।

आरोपी सब्जीवाला 25 जुलाई को रिटायर्ड अधिकारी के फ्लैट पर पहुंचा और गला दबाकर उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उनका मोबाइल लेकर चला गया था।

फ्लैट में अकेले रहते थे रिटायर्ड कस्टम अधिकारी

जानकारी के अनुसार, रिटायर्ड कस्टम अधिकारी ओमप्रकाश खोबर (88) रामनगरिया थाना इलाके में जगतपुरा स्थित लोटस विला में अपने फ्लैट में अकेले रहते थे। 25 जुलाई की रात को करीब 10:30 बजे पुलिस को फ्लैट में शव होने की सूचना मिली थी।

पुलिस जब मौके पर पहुंची तो बैड पर उनका शव पड़ा था। उनके गले पर खरोंच के निशान थे और मोबाइल गायब था। पुलिस ने 26 जुलाई को पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद उनकी बेटी ने मर्डर का मामला दर्ज कराया था।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत की बात आई

DCP (ईस्ट) संजीव नैन ने बताया- पुलिस के मर्ग दर्ज कर मोबाइल तलाशने की कोशिश करने पर स्विच ऑफ मिला। अनहोनी के शक पर मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाने भेजी गई।

इस दौरान पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने से सांस रुकने के कारण ओमप्रकाश खोबर की मौत की बात सामने आई। SHO (रामनगरिया) चंद्रभान के नेतृत्व में कॉन्स्टेबल विक्रम और राहुल ने हत्या को लेकर सबूत जुटाना शुरू किया।

मोबाइल सीडीआर में हत्या वाले दिन ओमप्रकाश खोबर के बैंक अकाउंट से कई बार ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर करीब 3 लाख रुपए कमलेश कुमार (31) निवासी आगरा रोड, कानोता के अकाउंट में ट्रांसफर करने की जानकारी सामने आई।

पुलिस ने शक के आधार पर अपार्टमेंट के सामने ही सब्जी की दुकान लगाने वाले कमलेश कुमार शर्मा को पकड़ा।

पुलिस को गुमराह करता रहा आरोपी डीसीपी (ईस्ट) ने बताया- पूछताछ के दौरान कमलेश पुलिस को गुमराह करता रहा। रुपयों के ट्रांसफर को लेकर भी उसने कोई जानकारी नहीं होने की बात कही।

पुलिस ने जब आरोपी को अपार्टमेंट में लगे CCTV फुटेज, बैंक ट्रांजैक्शन आदि सबूत बताए तो उसने गला दबाकर हत्या करने की बात कबूल कर ली।

अकाउंट में लाखों का बैलेंस देख लालच आया पूछताछ में आरोपी कमलेश ने बताया- ओमप्रकाश खोबर उसकी दुकान पर सब्जी खरीदने आते थे। ऑनलाइन पेमेंट करने के दौरान उसने ओमप्रकाश खोबर के बैंक अकाउंट में बड़ी रकम देखी थी, ये देखकर उसके मन में लालच आ गया था। पैसों के लालच में उसने ओमप्रकाश की हत्या की प्लानिंग रच डाली।

दुकान पर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के दौरान पिन जानने के लिए चोरी-छिपे वीडियो भी बनाया था। उसने बताया- 25 जुलाई को सुबह करीब 9:15 बजे ओमप्रकाश ने दुकान पर आकर बात की।

5-7 मिनट बाद वह अपने घर चले गए। मैं उनके पीछे-पीछे ही अपार्टमेंट में घुसा और उनके फ्लैट तक पहुंच गया। इसके बाद फ्लैट में गला दबाकर हत्या की और 20 मिनट में मोबाइल लेकर निकल गया।

नौकरानी खाना बनाने आई तो बेड पर मिली लाश

पुलिस ने बताया- ओमप्रकाश खोबर ने घरेलू कामकाज के लिए राधा देवी को नौकरी पर रखा हुआ था। राधा देवी सुबह साफ-सफाई और नाश्ता बनाकर चली गई थी। दोपहर करीब 2 बजे खाना बनाने आई तो फ्लैट में बेड पर ओमप्रकाश खोबर का शव मिला।

शोर मचाने पर सोसाइटी के लोग आए और शव को बेड से नीचे उतारकर फर्श पर लेटा दिया था। ओमप्रकाश की मौत की खबर मिलने के बाद से किसी को शक नहीं हो इसलिए हत्यारा कमलेश भी वहां पहुंच गया था।

फर्श पर शव को लिटाने के साथ ही परिजनों के आने पर छोटे-मोटे काम करता रहा। बेटी ने आने के बाद पुलिस को बुलाया और मौत पर शक जताया।

पिछले 14 साल से रह रहे थे जयपुर

ओमप्रकाश खोबर की बेटी सुषमा ने बताया- पिता ओमप्रकाश आयकर डिपार्टमेंट में दिल्ली में अधिकारी के पद पर थे। दिल्ली के साथ ही वह गुजरात में भी पोस्टेड रहे है। पिछले 14 साल से वह जयपुर में रह रहे थे।

पहले छोटी बहन उनके साथ ही रहती थी, लेकिन करीब ढाई साल पहले उसकी मौत हो गई। दिल्ली में अधिक पॉल्युशन के चलते वह जयपुर में ही अकेले रहने लगे।

पिछली 9 जुलाई की रात वह दिल्ली से जयपुर आए थे। कहकर गए थे कि जुलाई लास्ट वीक में दोबारा दिल्ली आ जाऊंगा। उनका दिल्ली आना-जाना लगा रहता था।

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