इंदौर में एक रिटायर्ड हाईकोर्ट जज के साथ ऑनलाइन फूड सप्लाय कंपनी स्विगी के ऑर्डर को कैंसिल करना भारी पड़ गया. रिटायर्ड जज ने सात सौ रुपए के रिफंड के लिए ने गूगल से स्विगी का कस्टमर केयर नंबर सर्च करके कॉल किया. कॉल लगाते ही ठग ने एनी डेस्क लिंक के माध्यम से रिटायर्ड जज के खाते से एक लाख रुपए उड़ा लिए.
जानकारी के मुताबिक रिटायर्ड जज ने खाना ऑर्डर करने के कुछ देर बाद उसे कैंसिल करना चाहा. ऐसे में जब उनका ऑर्डर कैंसिल नहीं हुआ तो उन्होंने स्विगी का नंबर सर्च किया और कस्टमर केयर से बात की. कस्टमर केयर ने उन्हें एक लिंक दी जिस पर क्लिक करने पर उनके मोबाइल में ऐनी डेस्क ऐप्स डाउनलोड हो गई और ठग ने ऐनी डेस्क ऐप्स के माध्यम से रिटायर्ड जज के मोबाइल को हैक कर उनके खाते से पैसे उड़ा लिए.
एप के जरिए ले लिया मोबाइल का एक्सेस
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ठगों ने एप के जरिए रिटायर्ड जज के मोबाइल का एक्सेस ले लिया. धोखेबाज ने उनके बैंक अकाउंट से एसबीआई खाते में ट्रांसफर कर लिए. ऐसे में जब जज के खाते से इतनी बड़ी राशि कटने का मैसेज आया, तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ. जज ने इसके तुरंत बाद साइबर हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई. साथ ही खजराना पुलिस थाने में भी इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
इससे पहले इंदौर में एक महिला बैंक अधिकारी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गई थी. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अधिकारी के रूप में स्कैमर्स ने महिला को घर में ही नजरबंद कर दिया और उसके खाते से करीब 17 लाख लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की साजिश रची थी. इसके अलावा ग्वालियर में एक युवती को घर बैठे पार्ट टाइम जॉब दिलाने के नाम पर करीब 9 लाख रुपए की ठगी हो गई थी.