रेवंत रेड्डी ने सोनिया गांधी के पत्र को बताया ऑस्कर, लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, विपक्षी नेताओं ने उड़ाया मजाक

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से मिले प्रशंसा पत्र को अपने राजनीतिक जीवन का सर्वोच्च सम्मान बताया. उन्होंने इस प्रशंसा पत्र को ऑस्कर अवार्ड और लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के बराबर बताया. सीएम ने कहा कि यह पत्र उनके लिए हमेशा खास रहेगा. पत्र में सोनिया गांधी ने सीएम के कार्यों की सराहना की थी.

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सीएम के इस बयान पर विपक्षी पार्टी बीआरएस ने उनका मजाक बनाते हुए कहा कि सोनिया गांधी द्वारा कार्यक्रम में शामिल न हो पाने की सूचना देने वाले पत्र को सीएम रेवंत लाइफटाइम अचीवमेंट या ऑस्कर अवार्ड समझ रहे हैं.

‘मेरे विकास कार्यों से भी बड़ा है यह पत्र’

रेवंत रेड्डी ने सोनिया गांधी द्वारा दिए गए इस पत्र को अपने मुख्यमंत्री पद या अपने द्वारा किए गए विकास कार्यों से भी बड़ा बताया. सीएम ने कहा कि मेरे लिए यह प्रशंसा पत्र ऑस्कर अवार्ड, नोबेल पुरस्कार और लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के बराबर है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार में उनके पद की परवाह किए बिना यह पत्र उनके लिए हमेशा खास रहेगा.

पत्र में कार्यों की सराहना

सोनिया गांधी द्वारा रेवंथ रेड्डी को दिए गए इस पत्र में कथित तौर पर उनके शासन और उनके नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की गई है. इस पत्र में तेलंगाना में कांग्रेस सरकार की एक प्रमुख पहल, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, रोजगार और राजनीतिक जाति (SEEPC) सर्वेक्षण का पूरा होना भी शामिल है.

बीआरएस ने उड़ाया मजाक

रेवंत रेड्डी द्वारा पत्र की तुलना ऑस्कर से करने पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी. बीआरएस नेता कृष्णक ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट सीएम का मजाक उड़ाते हुए लिखा कि सोनिया गांधी जी द्वारा कार्यक्रम में शामिल न हो पाने की सूचना देने वाले पत्र को सीएम रेवंत के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट या ऑस्कर अवार्ड कैसे कहा जा सकता है?

88 करोड़ पेजों का डेटा किया गया एकत्र

रेवंत की तरफ से यह बयान उस समय आया जब रेवंत रेड्डी ने दिल्ली स्थित एआईसीसी के मुख्यालय में कांग्रेस नेताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने इस बैठक में तेलंगाना के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, रोजगार और राजनीतिक, जाति (SEEPC) सर्वेक्षण के निष्कर्ष प्रस्तुत किए. उन्होंने कहा कि इस सर्वेक्षण में घर-घर जाकर और स्व-प्रमाणन के माध्यम से 88 करोड़ से ज्यादा पेजों का डेटा एकत्र किया गया. सीएम ने कहा कि यह लक्ष्य एक साल में पूरा किया गया है.

राहुल गांधी को दिया SEEPC का श्रेय

रेवंत ने SEEPC सर्वेक्षण के विचार का सारा श्रेय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को दिया. उन्होंने कहा कि जाति सर्वेक्षण का वादा तेलंगाना में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान किया गया था और एक साल के भीतर पूरा हो गया. सीएम ने कहा कि राज्य ने शिक्षा, रोजगार और राजनीतिक अवसरों में पिछड़ी जातियों के लिए भी अहम कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों को 42 प्रतिशत आरक्षण देने वाले दो विधेयक पारित कर दिए हैं. दोनों विधेयक केंद्र की मंजूरी मिलने के बाद लागू कर दिए जाएंगे.

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