रीवा: 33 वर्षीय व्यक्ति ने पुलिस प्रताड़ना और फर्जी मुकदमे का लगाया आरोप, मुआवजे से इनकार कर दोषियों को सजा दिलाने की मांग

मध्य प्रदेश: रीवा के द्वारिका नगर निवासी आशीष द्विवेदी (33 वर्ष) ने एक चौंकाने वाले पत्र में पुलिस विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। द्विवेदी ने दिनांक 26.05.2025 को पुलिस अधीक्षक को लिखे एक शिकायत पत्र में दावा किया है कि थाना प्रभारी बिछिया और उनके साथियों/कर्मचारियों ने बिना किसी अपराध या गलती के उनके साथ दुर्व्यवहार किया, मारपीट की और उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

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उन्होंने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि इस पूरी प्रक्रिया में उन्हें शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित किया गया। पत्र में, बताया है कि उनकी शिकायत के बाद जांच की गई और पुलिस विभाग (गृह विभाग) द्वारा यह गलत दर्ज किए गए अपराध को स्वीकार किया गया और उन्हें मुआवजा राशि देने को कहा गया हालांकि, पीड़ित ने इस मुआवजे की राशि को अस्वीकार कर दिया है।

उनका कहना है कि वे इस भ्रष्ट और रिश्वतखोर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सजा दिलाना चाहते हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

द्विवेदी ने विनम्रतापूर्वक पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि उन्हें क्षतिपूर्ति राशि न देकर, बल्कि दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए। यह मामला पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है और इस पर गहन जांच की आवश्यकता है।

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