रीवा और मऊगंज जिलों में हाल ही में हुई घटनाओं ने समाज को गहराई से आहत किया है. विशेष रूप से, मऊगंज में एक सुनियोजित घटना में एक पुलिस जवान की हत्या और सामान्य वर्ग के एक परिवार पर हुए अत्याचार व युवक की हत्या ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है. यह घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था की गंभीर विफलता को दर्शाती हैं, बल्कि समाज के भीतर वर्गीय संघर्ष और अस्थिरता का संकेत भी देती हैं.
इन घटनाओं के विरोध में और प्रशासन को सख्त कदम उठाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से, रीवा और मऊगंज जिलों में 18 मार्च 2025 को सांकेतिक बंद का आह्वान किया गया है.
इस बंद के माध्यम से निम्नलिखित मांगें प्रशासन और
सरकार के समक्ष रखी गई हैं:
कानून व्यवस्था की पुनर्स्थापना लगातार हो रही घटनाओं से यह स्पष्ट है कि प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल हो रहा है. कानून का राज स्थापित करना और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करना अनिवार्य है.
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई पुलिस जवान की हत्या और अन्य घटनाओं में शामिल अपराधियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से शीघ्र सजा दी जाए.
प्रशासनिक अधिकारियों की जवाबदेही मऊगंज और रीवा में जिम्मेदार अधिकारियों का स्थानांतरण किया जाए और उनके कार्यों की समीक्षा हो.
सामाजिक शांति और सुरक्षा
समाज में व्याप्त भय और वर्गीय संघर्ष को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं.
बंद के दौरान विशेष निर्देश शांतिपूर्ण विरोध यह बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा. किसी भी प्रकार की हिंसा या बाधा नहीं उत्पन्न की जाएगी.
आवश्यक सेवाओं को छूट मेडिकल सुविधाएं, एंबुलेंस, और अन्य आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से संचालित रहेंगी.
व्यापारियों और नागरिकों से सहयोग की अपील व्यापारियों और आम नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे इस सांकेतिक बंद का समर्थन करें और न्याय की इस लड़ाई में सहयोग दें.
यह बंद किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि समाज में व्याप्त अन्याय और कानून की गिरती साख के खिलाफ है. प्रशासन को यह संदेश देना आवश्यक है कि समाज अब और अत्याचार सहने को तैयार नहीं है.
यदि इन घटनाओं और मांगों पर प्रशासन द्वारा उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह मामला विधानसभा और संसद तक उठाया जाएगा. इसके अलावा, चुनावी समय में जनप्रतिनिधियों से इस विषय पर जवाबदेही भी मांगी जाएगी.
रीवा और मऊगंज के नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस बंद का समर्थन करें और एकजुट होकर अपनी आवाज़ बुलंद करें. यह लड़ाई समाज के हर वर्ग की सुरक्षा और सम्मान के लिए है.