रीवा के किसान की ललकार! 2028 में डिप्टी CM को हराऊंगा, वीडियो हुआ वायरल

रीवा: मध्य प्रदेश के किसानों की आवाज अब सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं रही है, बल्कि इसने सीधे राजनीति के गलियारों को चुनौती दी है. रीवा के सगरा के एक साधारण किसान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है, जिसमें वह रीवा विधायक व मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के खिलाफ 2028 में चुनाव लड़ने की घोषणा कर रहे हैं. यह सिर्फ एक घोषणा नहीं, बल्कि उन लाखों किसानों की पीड़ा और गुस्से का प्रतीक है, जिन्हें लगता है कि उनकी सरकार ने उनकी उपेक्षा की है.

यह कहानी एक अकेले किसान की नहीं, बल्कि एक समुदाय की है. जिसकी शिकायत है कि सत्ता में बैठी सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया. किसान का यह वीडियो सिर्फ एक चेतावनी नहीं, बल्कि एक खुला विद्रोह है, जो यह सवाल उठाता है कि क्या नेताओं के बड़े-बड़े वादे सिर्फ वोट पाने का जरिया हैं.

किसानों का गुस्सा बना चुनावी हुंकार

किसान ने अपने वायरल वीडियो में साफ-साफ कहा है कि उन्होंने और उनके जैसे कई लोगों ने भाजपा को वोट दिया, इस उम्मीद में कि उनकी सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करेगी. लेकिन, उनका आरोप है कि सरकार ने उनकी तरफ से आँखें फेर लीं. किसान का यह कदम राजनीति की उस पारंपरिक सोच पर एक करारा प्रहार है, जहाँ सत्ता और विरोध सिर्फ बड़े राजनीतिक दलों तक ही सीमित होते हैं.

इस किसान ने 2028 में डिप्टी CM को हराने का जो संकल्प लिया है, वह एक व्यक्ति की लड़ाई नहीं, बल्कि किसानों के सम्मान और हक की लड़ाई है. यह दिखाता है कि जब जनता की उम्मीदें टूटती हैं, तो वह खुद अपनी लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में उतर आती है. यह वीडियो एक नई राजनीतिक लहर का संकेत हो सकता है, जहाँ आम लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सीधे सत्ता को चुनौती दे रहे हैं.

यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह किसान की हुंकार सिर्फ एक वीडियो तक सीमित रहती है, या यह 2028 के चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आती है. हालांकि इस वायरल वीडियो में किसान ने कहा कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेगा और टिकट लेने इलाहाबाद जाएगा. इलाहाबाद से टिकट लेकर आएगा और राजेंद्र शुक्ला को इस बार 2018 विधानसभा चुनाव में रीवा विधानसभा से हरायेगा.

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