रीवा : जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में 27 दिसंबर को पुलिस ने लाडली लक्ष्मी पथ से दो फर्जी महिला पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था इस घटना में एक युवक रवि गुप्ता खुद को धोखे का शिकार बताते हुए शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय आज पहुंचा.
फर्जी पुलिसकर्मी बनकर वसूले पैसे
रवि गुप्ता का दावा है कि उसकी पहचान एक युवती से फोन कॉल के जरिए हुई थी. युवती ने खुद को पुलिस की तैयारी करने वाली बताया और आर्थिक मदद की मांग की. उसने रवि को एक वर्दी पहनकर वीडियो भेजा और यह विश्वास दिलाया कि उसका पुलिस में चयन हो गया है. इसके बाद रवि ने उसे लगभग डेढ़ लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए.
पुलिस कार्रवाई में फर्जीवाड़ा उजागर
लाडली लक्ष्मी पथ पर 27 दिसंबर को पुलिस ने दो महिलाओं को फर्जी पुलिसकर्मी बनकर घूमते हुए पकड़ा. इसमें रवि की कथित प्रेमिका भी शामिल थी. रवि ने अपनी शिकायत में बताया कि जब यह घटना हुई, तब वह अपनी मां को संजय गांधी अस्पताल ले गया था.
रवि गुप्ता का बयान
रवि ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए बयान में कहा, “मैंने लड़की की आर्थिक मदद की थी क्योंकि उसने गरीब परिवार का होने का दावा किया था. उसने वर्दी में एक वीडियो भेजकर कहा था कि वह पुलिस में भर्ती हो गई है. इसी भरोसे पर मैंने उसे पैसे दिए. अब जब वह पकड़ी गई है, मुझे धोखा महसूस हो रहा है.”
रवि ने पुलिस को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के सबूत, फोटो और वीडियो भी सौंपे हैं. उसने यह भी बताया कि लड़की उसके परिवार के संपर्क में थी और शादी की बात भी चल रही थी.
न्याय की गुहार
रवि ने कहा, “मुझे इस मामले में फंसाया गया है. मैं निर्दोष हूं और लड़की के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहता हूं.
रवि गुप्ता ने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच और अपनी निर्दोषता साबित करने की गुहार लगाई है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई जारी है.