Madhya Pradesh: रीवा में एक किशोरी के साथ अस्पताल में कथित बलात्कार और छेड़छाड़ का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को पीड़िता एक बार फिर मीडिया के सामने आई और उसने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने साथ गैंगरेप होने का संदेह जताया.
पीड़िता के बदलते बयान और गैंगरेप का आरोप
पीड़िता ने बताया कि वह अपनी मां का इलाज करवा रही थी, तभी वार्ड ब्वॉय महेंद्र तिवारी ने शासकीय रिकॉर्ड से उसका नंबर हासिल कर लिया. आरोपी ने उसकी तस्वीरें एडिट कर अश्लील बना दीं और उसे ब्लैकमेल करने लगा. दबाव में आकर वह रात में उससे मिलने गई. पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने उसका मुंह दबाकर और हाथ पकड़कर उसे अपने कमरे में ले जाने की कोशिश की, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। होश आने पर उसे लगा कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है। इसके बाद आरोपी उसे अस्पताल चौराहे के पास छोड़कर भाग गए। घरवाले उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल लाए।
पीड़िता ने यह भी बताया कि पुलिस के दबाव में उसने पहले न्यायालय में गैंगरेप का जिक्र नहीं किया था, लेकिन बाद में उसने घरवालों को पूरी घटना बताई। उसे अब महसूस हो रहा है कि उसके साथ महेंद्र तिवारी सहित अन्य लोगों ने भी गैंगरेप किया है.
पुलिस अधीक्षक की अपील और जांच का आश्वासन
पुलिस कप्तान विवेक सिंह ने शनिवार को कंट्रोल रूम में पत्रकार वार्ता की। उन्होंने बताया कि किशोरी और उसके परिवार वाले पहले रिपोर्ट दर्ज नहीं कराना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उनसे संपर्क कर मामला दर्ज कराया। एसपी ने बताया कि उन्होंने पीड़िता से बार-बार पूछा था कि कोई और घटना तो नहीं हुई, लेकिन उसने तब नहीं बताया था। न्यायालय में भी उसने वही बात बताई थी जिस पर अपराध दर्ज किया गया था। अब मीडिया के सामने उसके बयान बदलने से पूरे मामले की जांच की जा रही है.
एसपी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किशोरी के बार-बार बयान बदलने से उसका मामला न्यायालय में कमजोर हो सकता है. उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि उस मासूम बच्ची का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए न करें, बल्कि उसे न्याय दिलाने में मदद करें. उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस अपनी तरफ से पीड़िता को न्याय दिलाने का पूरा प्रयास कर रही है।
कांग्रेस का प्रदर्शन और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
अस्पताल की घटना को लेकर शनिवार को कांग्रेस पार्टी ने एसपी को ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस नेताओं ने एसपी से मुलाकात की और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. उन्होंने घटना के चार दिन बाद भी दोषियों की गिरफ्तारी न होने पर चिंता जताई। ज्ञापन में गैंगरेप के आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार करने, दोषी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और जिले में इस तरह के अपराधों पर रोक लगाने की मांग शामिल है.
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि किशोरी के साथ अस्पताल में हुई गैंगरेप की घटना चिंताजनक है और यह कानून-व्यवस्था की पोल खोल रही है. उन्होंने मांग की कि इस घृणित कार्य में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.