रीवा में ड्यूटी के दौरान महिला पुलिसकर्मियों द्वारा बनाए गए इंस्टाग्राम रील्स पर विवाद खड़ा हो गया है. भोजपुरी गानों पर रील बनाकर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है. वीडियो वायरल होने के बाद एसपी विवेक सिंह ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
सिटी कोतवाली में पदस्थ एक महिला प्रधान आरक्षक ने न्यायालय परिसर और पुलिस वाहन में सहकर्मियों के साथ भोजपुरी गानों पर रील बनाकर उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया.इस वीडियो को संध्या वर्मा 790 नामक अकाउंट से साझा किया गया था. विवाद बढ़ने पर संबंधित पुलिसकर्मी ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया. वही सगरा थाने की प्रभारी अंकिता मिश्रा पर भी वर्दी में रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का आरोप है.
सोशल मीडिया पर इन घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. अधिवक्ता बी.के. माला ने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा, रीवा में अपराध और नशे का कारोबार बढ़ रहा है. पुलिसकर्मी, जो कानून के रक्षक हैं, ड्यूटी के दौरान रील बनाकर सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं. यह पुलिस के अनुशासन और आचरण नियमों के खिलाफ है.”
पुलिस अधिनियम और सिविल सेवा आचरण नियम 1966 के तहत पुलिसकर्मियों को वर्दी में रहते हुए अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है. वर्दी का सम्मान करते हुए कोई भी गतिविधि कानून और नियमों के दायरे में होनी चाहिए. ड्यूटी पीरियड में सोशल मीडिया पर रील बनाना और पोस्ट करना अनुचित है. वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ऐसे आचरण पर कड़ी नजर रखी जाएगी.
एसपी विवेक सिंह ने मामले की जांच शुरू करने का आदेश दिया है. दोषी पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. पुलिस विभाग एक अनुशासित संगठन है, और इसका प्रत्येक कर्मचारी अपने दायित्वों का पालन करते हुए जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है. इस तरह की घटनाएं पुलिस की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं.अधिकारियों को चाहिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि कर्मचारी अनुशासन और नियमों का पालन करें.