रीवा : साइबर फ्रॉड कर डिजिटल अरेस्ट करने वाले अंतर राज्यीय गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार. डिजिटल अरेस्ट होने के बाद साइबर अपराधियों द्वारा दी गई धमकी से प्रताड़ित हुई महिला ने की थी खुदकुशी. साइबर अपराधियों के जाल में फसी महिला द्वारा बिगत दिनों पूर्व खुदकुशी करने के बाद रीवा और मऊगंज पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को हरियाणा और राजस्थान की सीमा से सटे अलवर जिले के निवाड़ी गांव से गिरफ्तार किया है.
मामले के संबंध में जानकारी देते हुए रीवा जोन के प्रभारी आईजी साकेत पांडे ने बताया कि मऊगंज जिले की घूरेहटा निवासी एक शिक्षिका ने साइबर ठगों द्वारा दिए गए प्रलोभन में फंसने के बाद जहर निगल कर खुदकुशी की थी, इस दौरान साइबर अपराधियों ने महिला को इस कदर डिजिटल अरेस्ट कर रखा था कि वह अपराधियों द्वारा दी जाने वाली धमकियों का भी जिक्र किसी से नहीं कर पा रही थी.
प्रभारी आईजी की माने तो अलवर जिला का निवाड़ी गांव भी जामताड़ा के जैसे साइबर अपराधियों का गढ बन चुका है. ऐसे में आरोपियों की गिरफ्तारी कर पाना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा था. लेकिन स्थानीय पुलिस की मदद और साइबर टीम द्वारा लगातार की जा रही निगरानी के चलते हरियाणा और राजस्थान की सीमा पर निवाड़ी गांव के एक खेत में बैठे आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया.
पुलिस के मुताबिक साइबर ठगों के गिरफ्तारी की खबर लगते ही मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों सहित कई राज्यों की पुलिस ने रीवा पुलिस से संपर्क किया है. ऐसा माना जा रहा है कि पकड़े गए आरोपियों से देश के अलग-अलग राज्यों में हुए कई साइबर अपराधों का खुलासा हो सकता है.