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जसवंतनगर मंडी में धान चोरी का बोलबाला, किसान परेशान

जसवंतनगर/इटावा नवीन मंडी परिसर में प्रतिदिन किसानों का बड़ी मात्रा में धान चोरी किया जा रहा है तीन से चार दर्जन लड़के व लड़कियां मंडी में घुसकर चोरी को अंजाम दे रहे हैं और उन पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है. किसानों द्वारा उन्हें पकड़ लिए जाने पर उनके परिजन झगड़ा फसाद पर आमादा हो जाते हैं.

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विवरण के अनुसार इस समय मंडी जसवंतनगर में धान की बड़ी मात्रा में आवक आ रही है जबकि 40 से 50 के बीच संख्या में लड़के लड़कियां खाली बोरियां लेकर मंडी परिसर में आ जाते हैं और जबरन धान की ढेरियों से किसानों का धान चोरी कर लेते हैं जब किसान इन्हें पकड़ते हैं तो उनके परिजन आकर झगड़ा करने लगते हैं चोरी के इन मामलों से किसी भी दिन कोई बड़ी घटना भी घट सकती है.

भारतीय किसान यूनियन धरतीपुत्र के नेताओं का कहना है कि जसवंतनगर मंडी में प्रतिदिन 10 से 15 कुंतल धान की चोरी की जा रही है जिससे किसान, व्यापारी सभी दुखी और परेशान हैं हाईवे से लेकर मंडी गेट तक लुटेरों के रूप में यह बच्चे इसी ताक में छुपे रहते हैं जैसे ही किसान ट्रैक्टर ट्राली में खुला धान भरकर आता है वैसे ही यह लोग चलती हुई ट्रॉली पर चढ़कर बोरियों में धान भरकर कूद कर भाग जाते हैं.

इसी तरह मंडी परिसर के अंदर भी आकर यह बच्चे जबरन धान भरते हैं बच्चा समझ कर इनसे लोग कड़ाई से पेश नहीं आ पाते हैं. जिस समय इन बच्चों को स्कूल में होना चाहिए उसे समय यह मंडी में आकर चोरी करना सीख रहे हैं प्रशासन को यह स्थिति देखना चाहिए कि इन बच्चों का स्कूली स्टेटस क्या है। ये स्कूल क्यों नहीं जा रहे हैं। धरतीपुत्र यूनियन के नेताओं ने जिला प्रशासन से शीघ्र किसानों की उपज की चोरी रुकवाने की मांग की है.

मांग करने वालों में सनी राज माधव, अमरपाल सिंह सोला, अजय कुमार, गिरीश चंद्र, राजीव कुमार, अरुण कुमार, श्याम सुंदर, बलवीर सिंह, अशोक कुमार आदि शामिल रहे.

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