ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक एक बार फिर Goldman Sachs में सीनियर एडवाइजर (वरिष्ठ सलाहकार) के तौर पर शामिल हो रहे हैं. गौरतलब है कि उन्होंने 2001 से 2004 के बीच गोल्डमैन सैक्स में पहले समर इंटर्न और फिर ग्रेजुएशन के बाद जूनियर एनालिस्ट के रूप में काम किया था.
Goldman Sachs छोड़ने के बाद, साल 2004 में सुनक ने अरबपति क्रिस होन द्वारा स्थापित हेज फंड TCI में काम किया और बाद में उससे जुड़े Theleme Partners में भी. इस नई नियुक्ति की घोषणा खुद गोल्डमैन सैक्स के CEO डेविड सोलोमन ने की. उन्होंने कहा, मैं ऋषि को गोल्डमैन सैक्स में एक नई भूमिका में वापस पाकर उत्साहित हूं.
आर्थिक मामलों पर देंगे सलाह
उन्होंने यह भी बताया कि सुनक दुनिया भर में Goldman Sachs की टीमों के साथ समय बिताएंगे और कंपनी की सीखने और विकास की संस्कृति को और आगे बढ़ाएंगे. पूर्व प्रधानमंत्री, कंपनी के क्लाइंट्स को भूराजनैतिक और आर्थिक मामलों पर सलाह देंगे.
यह ऋषि सुनक की पहली बड़ी भूमिका है, जो उन्होंने जुलाई 2024 के आम चुनाव में लेबर पार्टी की भारी जीत के बाद कंज़र्वेटिव पार्टी के नेता पद से इस्तीफा देने के बाद ली है. तब से उन्होंने खुद को लो-प्रोफाइल रखा है. इसके साथ ही, इस साल की शुरुआत में उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में अकादमिक भूमिकाएं भी स्वीकार की थीं.
ऋषि सुनक फिलहाल सांसद भी बने रहेंगे
हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया है कि वे इस कार्यकाल के अंत तक सांसद बने रहेंगे और फिलहाल हाउस ऑफ कॉमन्स से जल्दी रिटायर होने का कोई इरादा नहीं है. सुनक की Goldman Sachs से मिलने वाली कमाई उनकी इस भूमिका से होने वाली संपूर्ण कमाई The Richmond Project को दान की जाएगी यह एक चैरिटी प्रोजेक्ट है जिसे उन्होंने और उनकी पत्नी ने शुरू किया है. इसका उद्देश्य ब्रिटेन में बच्चों की गणितीय समझ को बेहतर बनाना है.