दमोह : सोमवार शाम और देर रात हुई भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है.जिले की नदियां उफान पर हैं शहर के कई इलाकों में घरों में पानी भर गया है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
बटियागढ़-छतरपुर मार्ग पर जूड़ी नदी का पुल डूब गया है.दमोह-कटनी मार्ग पर पटेरा के पास ब्यारमा नदी का पुल डूबने से यातायात रुक गया है। दमोह-पथरिया मार्ग पर कोपरा नदी के पुल पर पानी आने से वह मार्ग भी बंद है.
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री रवि दीप बेन के अनुसार, सदधरु और साजली बांध का जलस्तर बढ़ गया है.मंगलवार सुबह दोनों बांधों के पांच-पांच गेटों में से तीन-तीन गेट खोले गए. साजली बांध का पानी पथरिया ब्लॉक के सेमरा लखरौनी, माडिया, सतपारा नेगुआ और महलवारा को प्रभावित करेगा.सदधरु का पानी दमोह ब्लॉक के हरदुआ, हटरी, बरखेड़ा कनिया घाट, गोपालपुरा और जुझार घाट तक पहुंचेगा.
कलेक्टर सुधीर कोचर प्रभावित क्षेत्र बटियागढ़ का दौरा कर रहे हैं। दमोह में इस मानसून में अब तक 14.3 इंच बारिश हुई है। यह पिछले साल की तुलना में दोगुनी है.पिछले 24 घंटों में करीब 3 इंच बारिश दर्ज की गई है.आसमान में बादल छाए हुए हैं और बारिश की संभावना बनी हुई है.
ये तस्वीर दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक में आने वाले बनवार क्षेत्र का घुटकुआ नाला की है। एक-दो घंटे की लगातार बारिश होने पर उफान पर आ जाता है। इससे कई गांव का संपर्क टूट जाता है। स्कूल के बच्चे जोखिम उठाकर इस नाले को पार कर स्कूल जाते हैं.
घुटकुवा नाले के एक तरफ बनवार है जो जबेरा क्षेत्र को
जोड़ता है। वहीं दूसरी तरफ घटेरा रेलवे स्टेशन है जहां से आवागमन करने के लिए लोग आते जाते रहते हैं.इस नाले के दूसरी तरफ बम्होरी, घटेरा, चंदपुरा, गढ़िया, कुसाई, मनगवा, हरदुआ, गोलापट्टी, खेड़ार सहित कई गांव है जहां के लोगों का आवागमन इस नाले के उफान पर आने के कारण प्रभावित होता है.