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प्रतापपुर में मौत का रास्ता! एयरटेल की खुदाई से सड़क पर छोड़ा गया मलबा, गाड़ी पेड़ से टकराई

सूरजपुर: तहसील मुख्यालय से प्रतापपुर तक का मुख्य मार्ग इन दिनों मौत का जाल बन चुका है. एयरटेल कंपनी द्वारा इंटरनेट नेटवर्क के लिए खोदाई के बाद न तो स्केच भरा गया और न ही सड़क पर मिट्टी-पत्थर के ढेर लगाए गए. कई जगह सड़कें आधी चौड़ाई तक मलबा तक फैली हुई हैं, जिससे वाहनों का संतुलन बिगड़ना तय है.

आज का हादसा – बताई गई बड़ी त्रासदी
शुक्रवार को दोपहर दो बजे तहसील कार्यालय के पास के चौराहे पर एक महिंद्रा जाइलो गाड़ी टूट गई और सीधे सड़क किनारे आम के पेड़ से टकरा गई। गाड़ी में कई यात्री सवार थे। सौभाग्य से किसी की जान नहीं गई, लेकिन चश्मदीद नौकरी कर रहे हैं – “अगर गाड़ी सामने से आ रही ट्रक से चली गई तो कई लोग मारे गए.”

विविधता की लंबी सूची

खुदाई के बाद आलोचना के बजाय उन्हें खुले में छोड़ दिया गया. बैल में यह मिट्टी का तारा भरा हुआ है. रात के समय रोशनी की कमी में स्मारक और स्मारक को पहचानना है. 
कई स्थानों पर पानी की कमी से सड़क पर गंदगी की समस्या हो गई है, जिससे दोपहिया गांव के फुटपाथ पर खतरा बढ़ गया है.

समुद्र तट से पैदल यात्रियों का जाना भी मुश्किल हो रहा है, खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए यह रोज़ का जोखिम बन गया है. प्रशासन और कंपनी दोनों ने जारी किए शेयर,
कहा है कि एयरटेल जैसी बड़ी कंपनी ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की और प्रशासन ने भी नजरें मूंद लीं. न तो चेतावनी बोर्ड प्लांट गए, न ही बैरिकेडिंग की गई। लोगों ने कई बार याचिका दायर की, बावजूद इसके कोई मुकदमा नहीं होने पर रोष व्यक्त किया गया. 

रिवोल्यूशन ने चेताया है कि अगर जल्द ही मालबा को नहीं हटाया गया और स्कोप को नहीं भरा गया, तो इस सड़क पर किसी भी दिन भीषण दुर्घटनाओं का गवाह बन सकता है. 

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