रात के सन्नाटे में पीडीएस दुकानों पर डाका: सूरजपुर पुलिस ने खोला संगठित गिरोह का राज, 7 आरोपी गिरफ्तार

सूरजपुर: जिले की जनता के हक का राशन लंबे समय से संगठित गिरोह के निशाने पर था. पीडीएस दुकानों से बार-बार हो रही चोरी की वारदातों ने प्रशासन को सकते में डाल दिया था. आखिरकार लगातार निगरानी, मुखबिरी और तकनीकी जांच के बाद सूरजपुर पुलिस ने इस मामले का बड़ा पर्दाफाश किया.

घटनाक्रम की शुरुआत 08 अगस्त 2025 से हुई, जब थाना जयनगर क्षेत्र के ग्राम अजबनगर के पीडीएस दुकान से चावल, शक्कर और चना चोरी कर लिया गया. इसके बाद 28 अगस्त को गंगापुर और 13 सितंबर को अनुजनगर के पीडीएस दुकानों में भी चोरी की वारदात हुई. लगातार घटनाओं से क्षेत्र में दहशत और नाराजगी का माहौल था. शिकायतों के आधार पर विभिन्न थानों में अपराध दर्ज किए गए और पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज दीपक कुमार झा एवं एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने विशेष टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की.

जांच टीम ने मुखबिर तैनात किए और पुराने अपराधियों के रिकॉर्ड खंगाले. इसी दौरान पुलिस को सबसे बड़ी सफलता मिली जब कटघोरा से शातिर चोर इन्द्रपाल साहू को पकड़ा गया. पूछताछ में इन्द्रपाल ने अपने छह साथियों– साहिल अफसर, रफीक खान, सोनू सिंह, शिवम राजपूत, कृष्णा ढीमर और पवन अग्रवाल (कटघोरा के अनाज व्यापारी) के नाम उजागर किए. यह गिरोह सूरजपुर, सरगुजा, कोरबा, एमसीबी, मुंगेली, कोरिया और पेण्ड्रा-मारवाही जिलों में 11 से अधिक स्थानों पर चोरी की वारदात कर चुका है.

पुलिस की दबिश में आरोपियों के ठिकानों से 100 बोरी चावल, 11 बोरी शक्कर, 1 बोरी चना बरामद हुआ, जिसकी कीमत लगभग 2 लाख रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा परिवहन व रेकी में प्रयुक्त 3 पिकअप और 2 मोटरसाइकिल भी जप्त की गईं. वहीं पवन अग्रवाल के पास से 1 लाख रुपये नकद भी जब्त हुए, जो चोरी के राशन की बिक्री से अर्जित रकम थी.

पूछताछ से यह भी सामने आया कि गिरोह चोरी का माल अनाज भंडार में खपाकर फुटकर बिक्री करता था. मुख्य आरोपी इन्द्रपाल साहू और रफीक खान पहले भी सूरजपुर व कोरबा जिले में डकैती व चोरी के मामलों में जेल जा चुके हैं. इस कार्रवाई में थाना प्रभारी जयनगर रूपेश कुंतल एक्का, चौकी प्रभारी लटोरी अरुण गुप्ता, चौकी प्रभारी तारा संजय गोस्वामी सहित पुलिस की पूरी टीम सक्रिय रही.

पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं. यह खुलासा न केवल जिले की पुलिस के लिए बड़ी सफलता है, बल्कि उन हजारों गरीब परिवारों के लिए भी राहत की खबर है जिनका हक़ का राशन लंबे समय से चोरी हो रहा था.

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