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बिजनौर के नूरपुर में समाजसेवी उस्मान मसूरी उर्फ टाबा का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर

बिजनौर :  नूरपुर नगर के हजरत नगर के रहने वाले और जनसेवा के लिए समर्पित समाजसेवी उस्मान मसूरी उर्फ टाबा का चंडीगढ़ में आकस्मिक निधन हो गया. बताया जा रहा है कि उस्मान मंसूरी उर्फ टाबा चंडीगढ़ में घूमने के लिए गए थे.

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इस दौरान उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा जिससे उनकी मृत्यु हो गई. उनके निधन की खबर से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा नूरपुर नगर गहरे शोक में डूब गया है. रविवार की रात लगभग 12 बजे मृतक का शव घर पहुँचा तो वहां कोहराम मच गया. सोमवार लगभग 10 बजे मृतक के शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया.

उस्मान मंसूरी उर्फ टाबा को नूरपुर के लोग एक सच्चे समाजसेवी के रूप में जानते थे. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी दूसरों की मदद और भलाई के लिए समर्पित कर दी. जरूरतमंदों की सहायता करना और सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाना उनकी पहचान थी.

उनकी सरलता और उदारता के कारण वे हर वर्ग और आयु के लोगों के दिलों में खास जगह बना चुके थे.उस्मान मंसूरी उर्फ टाबा के निधन की खबर सुनते ही पूरे नगर में शोक की लहर दौड़ गई. नगरवासियों ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. पत्रकारों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की.

उनके परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है. हर कोई उनकी इस आकस्मिक मौत को लेकर स्तब्ध है. उनके चाहने वाले, जो उन्हें एक पथप्रदर्शक और मार्गदर्शक मानते थे. गहरे गम में डूबे हुए हैं. नगरवासियों का कहना है कि उस्मान मंसूरी उर्फ टाबा की कमी हमेशा खलेगी और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.

उस्मान मंसूरी उर्फ टाबा के निधन से नूरपुर नगर को अपूरणीय क्षति हुई है. उनके सामाजिक कार्य और उनकी समाजसेवा के प्रति निष्ठा हमेशा प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे. नगरवासियों ने इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और ईश्वर से प्रार्थना की कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. उनका जाना न केवल हजरत नगर बल्कि पूरे नूरपुर के लिए एक बड़ी क्षति है. लोग उनके योगदान और उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को हमेशा याद करेंगे.

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