बालोद में मिला रॉक पाइथन प्रजाति का अजगर: तांदुला बांध से बहकर पहुंचा गांव, टीम ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा

बालोद: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में रॉक पाइथन प्रजाति का अजगर एक ट्रैक्टर ट्रॉली पर बैठा मिला. जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा. दरअसल हाल ही में हुई तेज बारिश से तांदुला जलाशय का पानी उफान पर था. उसी के बहाव के साथ यह अजगर करीब 12 किलोमीटर दूर ग्राम चिरईगोड़ी पहुंचा और किसान शोभाराम साहू के घर के सामने खड़ी ट्रॉली पर चढ़ गया. सुबह जब ग्रामीणों ने देखा तो दहशत फैल गई. सूचना पाकर वन विभाग ने लगभग 2 साल पुराने और 6 फीट से बड़े इस अजगर को पकड़कर जंगल में छोड़ा.

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पानी के तेज बहाव से बहकर पहुंचा अजगर

वन विभाग के अनुसार डौंडी क्षेत्र से लगातार आ रहे पानी और धूम्रा पठार इलाके में जलभराव की वजह से अजगर तेज बहाव में बहकर केनाल के सहारे चिरईगोड़ी तक पहुंच गया. पानी से बाहर निकलने के बाद थकान और लगातार बहाव में रहने के कारण वह गांव में खड़ी एक ट्रैक्टर ट्रॉली पर चढ़कर बैठ गया. रॉक पाइथन संरक्षित वन्य जीवों में शामिल है और इसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची-1 में रखा गया है. इकोसिस्टम के संतुलन को बनाए रखने वाला यह अजगर बालोद जिले के जंगलों में भी पाया जाता है.

तांदुला जलाशय के टापू, धूम्रा पठार, दैहान, गोंदली जलाशय क्षेत्र, खरखरा बांध, देवपाण्डुम और चितवा डोंगरी जैसे पानी व दलदली इलाकों में इसकी मौजूदगी देखी जाती है. यह प्रजाति सामान्यत पक्षी, खरगोश, चूहे और छोटे वन्य जीवों का शिकार करती है. इसकी शारीरिक बनावट इसे चट्टानों और झाड़ियों में पूरी तरह छिपने की क्षमता देती है. जिससे यह आसानी से शिकार कर पाता है.

 

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