प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पूर्णिया में सोमवार को 36 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने पूर्णिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का शुभारंभ किया और कई योजनाओं की नींव रखी। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के विकास के लिए बिहार का विकास आवश्यक है और बिहार के विकास के लिए सीमांचल क्षेत्र का उन्नति पाना बेहद जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और आरजेडी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता आरजेडी के जंगलराज की भुक्तभोगी रही है और कांग्रेस घुसपैठियों को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने दो टूक कहा कि भारत में भारत का कानून ही चलेगा और घुसपैठ पर ताला लगाना एनडीए की जिम्मेदारी है। जो भी घुसपैठिया है उसे देश छोड़ना ही पड़ेगा।
पीएम मोदी ने गरीबों और पिछड़ों को लेकर सरकार की योजनाओं पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पिछले 11 साल में 4 करोड़ से ज्यादा पक्के घर गरीबों को दिए गए हैं और अब 3 करोड़ नए घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि जब तक हर गरीब को पक्का घर नहीं मिल जाता, तब तक वे रुकने वाले नहीं हैं।
पूर्णिया की सभा में पीएम मोदी ने राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि बिहार के किसानों से किया गया वादा पूरा हो गया है। मखाना किसानों को बेहतर दाम दिलाने और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए करीब 500 करोड़ रुपये की योजनाएं मंजूर की गई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार के विकास की दिशा तय कर दी है और अब यह क्षेत्र विकास का केंद्र बनने जा रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि बिहार की जनता अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहती है और एनडीए के साथ खड़ी है।
कुल मिलाकर, पूर्णिया की इस सभा में पीएम मोदी ने न केवल विकास की योजनाओं की सौगात दी, बल्कि विपक्ष पर सख्त प्रहार करते हुए साफ किया कि बिहार की तकदीर बदलने का संकल्प एनडीए ने लिया है।