रायपुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के बेटे नितिन अग्रवाल के बैंक खाते से 58 लाख रुपए की धोखाधड़ी सामने आई है। आरोप है कि बैंक अधिकारियों ने बिना अनुमति के उनके खाते से रकम ट्रांसफर कर दी। नितिन अग्रवाल ने आजाद चौक थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद FIR दर्ज की गई।
नितिन के मुताबिक, उनके खाते से तीन अलग-अलग ट्रांजैक्शन किए गए। पहला 29 लाख रुपए, दूसरा 18 लाख 5 हजार रुपए और तीसरा 11 लाख रुपए का था। कुल मिलाकर लगभग 58 लाख 5 हजार रुपए का नुकसान हुआ। नितिन अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने इस पूरे मामले में बैंक अधिकारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
प्रारंभिक जांच में पुलिस को संदेह है कि मामला सिर्फ बैंक कर्मचारियों की लापरवाही का नहीं है। बैंक अधिकारियों के लेटरहेड का इस्तेमाल करके व्हाट्सएप के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश दिया गया। इस मामले में साइबर फ्रॉड या बैंक अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। पुलिस अब इस एंगल से भी जांच कर रही है।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद बैंक अधिकारियों और संबंधित दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है। साइबर क्राइम के विशेषज्ञों का कहना है कि हाल के दिनों में इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में खाताधारकों को अपने बैंक खातों और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
नितिन अग्रवाल ने कहा कि वे अपने बैंक खातों और ट्रांजैक्शन पर लगातार नजर रख रहे हैं। उनका कहना है कि बैंक अधिकारियों की इस लापरवाही के कारण उन्हें भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने बैंक और पुलिस से अपील की है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है और बैंक के सभी ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड की समीक्षा कर रही है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नितिन अग्रवाल ने यह भी कहा कि वे भविष्य में अपने खातों की सुरक्षा के लिए और सतर्क रहेंगे।