कांग्रेस के पूर्व आदिवासी नेता अरविंद नेताम 5 जून को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान वे संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच शेयर करेंगे. कांग्रेस के सीनियर नेता रहे अरविंद नेताम को संघ ने मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है. संघ के कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व नेता का शामिल होना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. इससे पहले जून 2018 में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आरएसएस के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग में मुख्य अतिथि बनाया गया था.
अरविंद नेताम छत्तीसगढ़ और देश में कांग्रेस का बड़ा चेहरा माने जाते थे, हालांकि 9 अगस्त 2023 को उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़कर आदिवासी समाज की ‘हमर राज पार्टी’ की नींव रखी थी, वह छत्तीसगढ़ में सक्रिय रहते हैं.
संघ के जिस कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व नेता अरविंद नेताम शामिल हो रहे हैं, वह 5 जून को संघ मुख्यालय पर आयोजित होने जा रहा है. इस कार्यक्रम में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत भी शामिल होंगे. ये कार्यक्रम द्वितीय वर्ष प्रशिक्षण शिविर के समापन पर होने जा रहा है.
भरे मंच से किया था पार्टी छोड़ने का ऐलान
साल 2023 में पार्टी छोड़ते समय नेताम ने भरे मंच से ऐलान किया था कि वे आखिरी दम तक समाज की लड़ाई लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि मेरी पूरी ताकत और समय समाज के लिए रहेगा. किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा और किसी के साथ समझौता नहीं करूंगा. हमने इंदिरा गांधी से भी कहा था कि हम पहले आदिवासी हैं फिर कांग्रेसी हैं. पार्टी छोड़ने से पहले नेताम कांग्रेस पर आदिवासियों की उपेक्षा के आरोप लगाते रहे थे.
नेताम रह चुके इंदिरा और नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री
कांग्रेस के पूर्व नेता अरविंद नेताम 4 बार सांसद रह चुके हैं. इसके साथ ही इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव सरकार में मंत्री भी बनाया गया था. साल 2023 से पहले उन्होंने 1996 में कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी, हालांकि 2 साल बाद वे दोबारा लौट आए थे. 2012 में कांग्रेस ने उन्हें राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पार्टी से बाहर कर दिया था, लेकिन 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले उनकी कांग्रेस में वापसी हो गई थी. इसके 5 साल बाद ही उन्होंने फिर पार्टी को अलविदा कह दिया. नेताम बसपा, भाजपा और राकांपा में भी सियासी पारी खेल चुके हैं.