रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आरएसएस पर दिए गए बयान से झारखंड की राजनीति गरमा गई है. मुख्यमंत्री के विवादित बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए भाजपा विधायक दल के नेता अमर बाउरी ने हेमंत सोरेन से सवाल किया कि सत्ता और वोट बैंक के लिए आप कितने नीचे तक गिरेंगे?
मुख्यमंत्री की आरएसएस पर टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण-अमर बाउरी
झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता अमर बाउरी ने कहा कि एक राष्ट्रवादी संगठन जिसकी स्थापना इस राष्ट्र में राष्ट्रवादी विचारों और अपने सनातन संस्कृति और परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए जागृत करने के लिए 1925 में स्थापना की गई थी. आरएसएस के प्रयासों से भारत गुलामी की मानसिकता को तोड़कर आगे बढ़ा है, उस संगठन के खिलाफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दिया बयान दुर्भाग्यपूर्ण है.
अपने वंशजों की अस्मिता खतरे में डाल रहे हेमंत- अमर बाउरी
भाजपा विधायक दल के नेता ने वोट बैंक की राजनीति के चलते हेमंत सोरेन पर अपनी आदिवासी अस्मिता को खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सोरेन को बांग्लादेशी घुसपैठ नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि वोट बैंक के चलते इन्हें घुसपैठ नहीं दिख रहे हैं, इसलिए आरएसएस जैसे राष्ट्रवादी संगठन को चूहा कह कर व्यंग्य कर रहे हैं. अमर बाउरी ने कहा कि आप और हम आज सनातन धर्म में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं तो इसमें भी आरएसएस जैसे संगठन का योगदान है. नेता प्रतिपक्ष पक्ष ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते वह किस हद तक गिरेंगे इसका हेमंत सोरेन को आत्मचिंतन करने की जरूरत है.
चूहे ही हैं आरएसएस जो समाज और परिवार को कुतरने का काम करते हैं- मनोज पांडेय
क्या कहा था मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
बरहेट की जनता को ऑनलाइन संबोधन में मुख्यमंत्री ने आरएसएस की तुलना चूहे से करते हुए कहा था, झारखंड में कोई बांग्लादेशी घुसपैठ नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा था कि भाजपा और आरएसएस दोनों चुनावी लाभ के लिए राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
साहिबगंज के भोगनाडीह में एक रैली को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने दावा किया था कि भाजपा हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच मतभेद पैदा करना चाहती है.