NDA के कार्यकर्ता सम्मेलन में हंगामा! आपस में भिड़ गए नबीनगर के पूर्व विधायक और संजीव सिंह, जानिए क्यों?

बिहार: औरंगाबाद जिले के नबीनगर में रविवार को दोपहर लगभग तीन बजे आयोजित एनडीए के विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में इसी सीट से टिकट के दावेदार पूर्व सांसद व नबीनगर के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह और दूसरे दावेदार वरीय नेता संजीव कुमार सिंह मंच पर ही आपस में भिड़ गए.

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दोनों उलझ पड़े और एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे. इस वजह से मंच और मंच के नीचे कुछ देर तक हंगामा होता रहा और कार्यकर्ता संजीव सिंह जिंदाबाद का नारा लगाते रहे. इस बीच भाजपा के औरंगाबाद जिला प्रभारी त्रिविक्रम नारायण सिंह और लोजपा(रामविलास) के जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह उर्फ सोनू सिंह ने मोर्चा संभाला और कार्यकर्ताओं तथा दोनों नेताओं को शांत कराया.

दरअसल मंच पर औरंगाबाद के पूर्व सांसद व नबीनगर के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह पहले से ही मंच पर विराजमान थे। इस बीच जदयू के वरीय नेता और नबीनगर से ही टिकट के दावेदार संजीव कुमार सिंह पूरे लाव लश्कर के साथ कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच तक पहुंचे. इस बीच उनके समर्थक संजीव के मंच पर चढ़ने के बाद भी संजीव सिंह जिंदाबाद के नारे लगाते रहे.

हंगामा के कारण ही यह स्पष्ट नही सुना जा सका कि पूर्व विधायक ने संजीव को क्या क्या कहा?

वही मंच पर पहले से मौजूद पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह की भृकुटियां इस नजारे को देख तन हो गई. उनका तमतमाया सा चेहरा देखने लायक था. इस बीच मंच संचालन कर रहे नेता के आग्रह पर संजीव सिंह के समर्थक सम्मेलन स्थल पर अपने लिए निर्धारित स्थान पर जाकर बैठ गए. तब जाकर कार्यक्रम आगे बढ़ा और स्थानीय नेताओं का भाषण फिर से शुरू हुआ। )कार्यक्रम में भाषण देते हुए जब जदयू नेता सुरेंद्र सिंह पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह का गुणगान करने लगे तो संजीव सिंह के समर्थक भड़क उठे. उनके द्वारा जोर-जोर से संजीव सिंह जिंदाबाद का नारा लगाने लगे।संजीव के समर्थको की नारेबाजी पर पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह भड़क उठे। मंच पर वें अपनी सीट से उठे और मंच पर ही संजीव के पास पहुंच उन्हे खरी खोटी सुनाने लगे। यह देख संजीव के समर्थक जोर जोर से नारे लगाने लगे, जिससे पूरा कार्यक्रम कुछ देर के लिए हंगामें की भेंट चढ़ गया. हंगामा के कारण ही यह स्पष्ट नही सुना जा सका कि पूर्व विधायक ने संजीव को क्या क्या कहा? इसके बावजूद पूर्व विधायक द्वारा संजीव की ओर अंगुली तानने का आशय साफ है कि वह उन्हे भला बुरा ही कह रहे होंगे.

हंगामे को देख भाजपा के जिला प्रभारी त्रिविक्रम नारायण सिंह और एलजेपीआर के जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने मोर्चा संभाला. दोनों ने दोनों नेताओं ही नही बल्कि कार्यकर्ताओं को भी शांत कराया. तब जाकर कार्यकर्ता शांत हुए.

हालांकि इस दौरान पूर्व विधायक के समर्थन में कोई नारेबाजी नही हुई, जिसका संकेत माना जा रहा है कि कार्यकर्ता पूर्व विधायक से नाराज व संजीव से खुश है.

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