पश्चिम बंगाल विधानसभा गुरुवार को रणभूमि में बदल गई, जब बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायकों के बीच जमकर हाथापाई हो गई। इस झड़प में कई विधायक घायल हुए, जिनमें बीजेपी के व्हिप चीफ भी शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्षी विधायकों ने सरकार पर भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाने शुरू किए। देखते ही देखते दोनों पक्षों के विधायक एक-दूसरे पर भड़क उठे और मारपीट की नौबत आ गई। कहा जा रहा है कि इस दौरान कुर्सियां और माइक तक फेंके गए, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
इस झड़प में बीजेपी के कई विधायक घायल हो गए, जिनमें पार्टी के व्हिप चीफ को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। बीजेपी विधायकों ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के गुंडों जैसी हरकत कर TMC ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है। वहीं, TMC का कहना है कि बीजेपी ने जानबूझकर माहौल बिगाड़ा और विधानसभा की गरिमा को ठेस पहुंचाई।
विधानसभा अध्यक्ष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को निलंबित करने का ऐलान किया। इसके बाद बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया और सदन से वॉकआउट कर दिया।
इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल और गरमा गया है। बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से मिलने और इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की चेतावनी दी है। पार्टी का कहना है कि विधानसभा में विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए इस तरह की कार्रवाई की जा रही है।
वहीं, TMC नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी हर मुद्दे पर राजनीतिक नौटंकी करती है और सदन में जानबूझकर अराजकता फैलाती है। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष ने पहले मारपीट की, जिसके बाद हालात बिगड़े।
बंगाल विधानसभा में हुई इस घटना ने एक बार फिर राज्य की सियासत को गरमा दिया है। अब सभी की नजरें इस पर होंगी कि राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष इस मामले पर आगे क्या कदम उठाते हैं।