हाथरस : नगर पालिका बोर्ड की बैठक में आज जमकर हंगामा हुआ.नगर पालिकाध्यक्ष श्वेता दिवाकर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभासदों ने विकास कार्यों में लापरवाही और जनसमस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया.तीखी बहस के बीच कुछ सभासद बैठक छोड़कर चले गए, जबकि शोरगुल के बीच कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए.
बैठक में सभासदों ने नगर पालिका प्रशासन पर बिना बोर्ड की स्वीकृति के करोड़ों रुपये के काम कराने का आरोप लगाया. सभासदों का कहना था कि यदि बोर्ड की मंजूरी नहीं ली जा रही, तो बैठक की आवश्यकता ही क्या है.उन्होंने शहर के मुख्य चौराहों और बाजारों में अलाव न जलाने, भ्रष्टाचार और अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए.
एक सभासद ने आरोप लगाया कि नगर पालिका के अधिकारी उनका फोन तक नहीं उठाते, जिससे क्षेत्र की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा.इन मुद्दों पर चर्चा के दौरान सभासदों में आपसी कहासुनी हो गई और बैठक का माहौल तनावपूर्ण हो गया.
हंगामे के बावजूद, नगर पालिका बोर्ड की बैठक में कुछ महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. इनमें गेट एंट्री, यूटिलिटी, एलईडी और विज्ञापन ठेके की स्वीकृति, 75 स्थलों पर अलाव जलाने के लिए लकड़ी की आपूर्ति, सफाई कर्मचारियों को गर्म वर्दी उपलब्ध कराना, 35 वार्डों में जीआईएस सर्वे कराना, कावड़ यात्रा और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लिए टेंट व्यवस्था, बंदर पकड़ने और कंबल वितरण के लिए वित्तीय स्वीकृति, विभिन्न स्थानों पर सड़क और पुलिया निर्माण कार्य के प्रस्ताव शामिल है.
सभासदों में आपसी बहस और हंगामे के कारण बैठक का माहौल खराब रहा.कुछ सभासद बीच में ही बैठक छोड़कर चले गए. हालांकि, नगर पालिकाध्यक्ष ने सभी प्रस्तावों को पारित कर प्रशासनिक कार्यों को जारी रखने का आश्वासन दिया.